अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में ऐतिहासिक दीपोत्सव के लिए यहां के राम घाट को रंग बिरंगी लाइट से दुल्हन की तरह सजा दिया गया है. पूरी अयोध्या राममय हो गई है. दीपोत्सव में भाग लेने के लिए योगी आदित्यनाथ रामनगरी अयोध्या पहुंच गए हैं. समारोह में शामिल होने के लिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा सहित यूपी सरकार के मंत्री व अन्य अतिथि पहुंच चुके हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार दोपहर अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने हेलीकॉप्टर स्वरूप पुष्पक विमान से उतरे प्रभु राम, सीता व लक्ष्मण जी का स्वागत किया और फिर उनका राज्यभिषेक किया. इसके साथ ही आयोजन जारी है. लक्ष्मण पूरी लखनऊ के करीब एक दर्जन कलाकार अवधी लोकनृत्य की प्रस्तुति दे रहे हैं. जयपुर का कालबेलिया नृत्य, पंजाब का भांगड़ा, बांदा का पाई डंडा, मथुरा का बम रसिया, झांसी का राई, सोनभद्र के मादल वादन के जरिये लोक संस्कृति की समृद्धि की झलक दिख रही है. हरियाणवी नृत्य, झारखंड का छाऊ नृत्य झांकियों को भव्यता दे रहा है.

 

दीपोत्सव पर रामलला हरे रंग की रेशमी पोशाक में होंगे. रामादल अध्यक्ष पं. कल्किराम ने रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास को रामलला की पोशाक प्रदान की. वाराणसी के रूपेश सिंह ने दिग्गज कलाकार सुदर्शन पटनायक की परंपरा आगे बढ़ाते हुए दीपोत्सव की पूर्व संध्या को यादगार बनाया. उन्होंने पुण्य सलिला सरयू की रेत से श्रीराम और भरत के मिलन का मनोहारी अंकन किया. मुख्यमंत्री रामलला के दरबार भी जाएंगे इसके बाद मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित कई मंत्री मां सरयू की भव्य आरती भी उतारेंगे. यहां लेजर शो, दीपों की माला के साथ रंग-बिरंगी अयोध्या स्वर्ग की भांति दिखेगी. राम की पैड़ी के 32 घाटों पर कीर्तिमान बनाने को नौ लाख दीप जलाकर साढ़े सात लाख दीप एक साथ 40 मिनट में जलाने और पांच मिनट तक जलते रहने का नया विश्व कीर्तिमान बनाने का लक्ष्य अवध के 12 हजार युवा साधेंगे.

राम की पैड़ी दीपोत्सव में आकर्षण का केंद्र बनी हैं. राम की पैड़ी पर 337 फीड की स्क्रीन पर महर्षि बाल्मीकि रामकथा सुनाएंगे. यहां तीन लेयर की लाइटें लगाई हैं. साउंड सिस्टम 32 फीट पर लगाया गया है. घाट पर तीन अलग-अलग तरह की स्क्रीन पर महर्षि वाल्मीकि अयोध्या के घाट पर स्वयं पधारेंगे और रामकथा सुनाएंगे. मल्टीमीडिया शो में लाइट एंड साउंड शो दर्शकों और श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर कर रहा है. प्रोजेक्शन मैपिंग के जरिए महर्षि वाल्मीकि की मल्टी डायमेंशनल होलोग्राफिक इमेज अयोध्या की पावन धरा पर अवतरित होगी.