रामपुर. जिले में भाजपा नेता की गुंडई देखने को मिली है. जहां भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे ने वाणिज्य कर विभाग में तैनात सिपाही के साथ मारपीट की. जिसके बाद सिपाही ने भाजपा जिलाध्यक्ष समेत 5 लोगों के खिलाफ थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने घटना के 24 घंटे बाद भी सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. इससे ये सवाल उठ रहा है कि क्या रसूख के आगे यूपी के कानून के रखवाले नतमस्तक हैं?
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बता दें कि सहायक आयुक्त प्रभारी राज्य कर मनोज कुमार मिश्रा ने सिविल लाइंस थाना पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि अधिकारी और सिपाही सरकारी वाहन से ज्वालानगर फ्लाई ओवर पर नियमित वाहन जांच का कार्य कर रहे थे. इसी दौरान सिपाही सुभाष यादव ने एक वाहन को रुकवाया, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकते हुए सिपाही सुभाष यादव के ऊपर चढ़ाने की कोशिश की.
उसके बाद सचल दल इकाई ने गाड़ी का पीछा किया और कुछ दूर में रोक लिया. इस दौरान वाहन चालक से गाड़ी में लदे माल के वैध कागज मांगे गए तो ड्राइवर ने कोई भी कागज न होने की जानकारी दी. उसके बाद ड्राइवर ने फोन पर अपने मालिक से सुभाष यादव की बात कराई. बातचीत के दौरान गाली-गलौज की. जिसके बाद वाहन को जब्त कर राज्य कर विभाग कार्यालय लाया गया. जहां भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे और उसके साथियों ने सिपाही सुभाष यादव से मारपीट की.
इतना ही नहीं वर्दी पर लगी नेम प्लेट भी नोची. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज पप्पू भी पहुंचे. जहां उन्होंने सहायक आयुक्त का मोबाइल छीन लिया. उसके बाद सत्ता का रसूख दिखाते हुए माल सहित वाहन को जबरन लेकर चले गए.
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