विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक भर्ती प्रक्रिया महाकुंभ बीतने के बाद ही शुरू हो सकेगी. उत्तर प्रदेश शिक्षक सेवा चयन आयोग ने अब तक न तो लंबित भर्ती परीक्षाओं पर कोई निर्णय लिया है और न ही आयोग के पास किसी तरह के लंबित पदों का प्रस्ताव भेजा गया है. ऐसे में अभ्यर्थियों को कम से कम 6 महीनों के इंतज़ार तो करना पड़ ही सकता है.
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बता दें कि आयोग के पास 2 प्रमुख भर्तियां लंबित है, जिनमें अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के 4163 पद शामिल हैं.
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आपको जानकर हैरानी होगी कि इन दोनों पदों पर ढाई साल पहले विज्ञापन जारी किया गया था, लेकिन अभी तक इन पदों पर भर्ती नहीं शुरू हो पाई है. TGT और PGT के लिए लगभग साढ़े 13 लाख और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए डेढ़ लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं.
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