रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेलीl जिले के बछरावां थाना क्षेत्र के पश्चिम गांव में लोक निर्माण विभाग द्वारा एक धार्मिक स्तंभ को कथित तौर पर बिना नोटिस के गिराए जाने से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। इस घटना के विरोध में दर्जनों ग्रामीणों ने रायबरेली-फतेहपुर हाइवे पर प्रदर्शन किया और PWD के अधिकारियों व कर्मचारियों का घेराव कर जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि PWD ने बिना किसी पूर्व सूचना या स्थानीय समुदाय से परामर्श के धार्मिक स्थल को ध्वस्त कर दिया, जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
बिना अनुमति के गिराना अस्वीकार्य
यह विवाद तब शुरू हुआ जब PWD के कर्मचारियों ने पश्चिम गांव में एक धार्मिक स्तंभ को कथित तौर पर सड़क निर्माण या मरम्मत कार्य के दौरान तोड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यह धार्मिक स्थल उनके समुदाय के लिए महत्वपूर्ण था, और इसे बिना किसी नोटिस या अनुमति के गिराना अस्वीकार्य है। आक्रोशित ग्रामीणों ने तत्काल रायबरेली-फतेहपुर हाइवे पर जाम लगा दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। प्रदर्शनकारियों ने PWD अधिकारियों से जवाबदेही और कार्रवाई की मांग की।
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PWD पर मनमानी का आरोप
प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों ने PWD पर मनमानी का आरोप लगाया। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “यह हमारी आस्था का सवाल है। PWD ने बिना हमसे पूछे या नोटिस दिए हमारे धार्मिक स्थल को तोड़ दिया। यह सरासर अन्याय है।” ग्रामीणों ने PWD अधिकारियों और कर्मचारियों का घेराव किया और इस मामले में उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की। कुछ ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे प्रदर्शन को और तेज करेंगे।
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इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। रायबरेली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और मामले की जांच का आश्वासन दिया।
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