रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के जिस पीड़ित परिवार से समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मिलने पहुंचा था। उसी घायल महिला को समाजवादी पार्टी ने अपने प्रेस नोट में मार डाला, जबकि उसके पति की मौत हुई थी और महिला का रायबरेली एम्स में इलाज चल रहा है।
पीड़ित परिवार से मिलने गए थे सपाई
दरअसल अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल के नेतृत्व में सपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिले के ग्राम महरानीगंज पहुंच था। जहां एक जुलाई की रात अज्ञात बदमाशों ने घर में घुसकर 45 वर्षीय गल्ला व्यापारी सुखदेव की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि उनकी पत्नी सरोजनी को गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गई।
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अपराधियों को सजा दिलाने का दिया आश्वासन
प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी इस मामले में उनके साथ खड़ी है और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इसके साथ ही, उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से तत्काल संपर्क कर अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
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प्रेस नोट में कर दी बड़ी गलती
पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के बाद सपा का प्रतनिधिमंडल पार्टी कार्यालय के लिए रवाना हो गए लेकिन प्रेस नोट में ही उन्होंने बड़ी गलती कर दी। सपा द्वारा जारी प्रेस नोट में घायल महिला सरोजनी को मृत बताया गया। जबकि महिला का रायबरेली एम्स में इलाज चल रहा है। इस प्रेस नोट के सामने आने के बाद सपा की जमकर आलोचना हो रही है।
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