विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की कमी है. आलम ये है कि यहां पर ACS, प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के लगभग एक तिहाई पद खली पड़े हैं. सचिवालय स्तर के एक अधिकारी ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि यूपी में अधिकारियों की कमी की बात केंद्र को बताई जा चुकी है. लेकिन वहां से अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
बता दें कि प्रदेश में फिलहाल अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव के पास एक से ज़्यादा विभागों के अलावा अतिरिक्त चार्ज है. पदों की बात करें तो अपर मुख्य सचिव स्तर के 16 पद मौजूद हैं. लेकिन प्रदेश में महज 11 अधिकारी ही हैं. इसके अलावा कुछ वरिष्ठ इस महीने के अंत तक सेवानिवृत्त भी होने वाले हैं. जिसमें से रजनीश दुबे इसी महीने और नितिन रमेश गोकर्ड सितंबर में रिटायर हो जाएंगे. इसके अलावा एसपी गोयल जल्द ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं.
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प्रमुख सचिव स्तर की बात करें तो प्रदेश में इसके 36 पद हैं. इनके अनुपात में महज 29 अधिकारी ही हैं. इसी तरह सचिव स्तर के 96 पद के के मुकाबले 58 अधिकारी ही कामकाज का बोझ उठा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के 148 पद स्वीकृत हैं. जिसके मुकाबले मात्र 98 अधिकारियों के सहारे उत्तर प्रदेश में कामकाज हो रहा है.
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