गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के लिए हुए सबसे बड़े निवेश हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के खाद कारखाने को किसानों और नौजवानों के लिए बड़ी सौगात बताते हुए कहा है कि इस खाद कारखाने में कुछ स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खोले जाएंगे. इससे प्रशिक्षण प्राप्त कर नौजवान रोजगार प्राप्त कर सकेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016 में इस खाद कारखाने का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था और शीघ्र ही उनके ही हाथों इसे राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. सीएम योगी गुरुवार को हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के खाद कारखाने का केंद्रीय उर्वरक व रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा के साथ निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से मुखातिब थे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब 80000 करोड़ रुपये की लागत से खाद कारखाना के रूप में गोरखपुर में बड़े निवेश से प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है. किसानों को समय से खाद व रसायन की आपूर्ति में यह खाद कारखाना मिल का पत्थर बनेगा. सीएम योगी ने कहा कि खाद कारखाने से गोरखपुर की स्मृतियां फिर ताजा हो गई हैं. 1967-68 में जापान की टोयो कम्पनी ने फर्टीलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के लिए यहां बहुत अच्छा प्लांट लगाया था. यहां बनी यूरिया यूपी, बिहार और बंगाल तक के किसानों के बीच लोकप्रिय थी. प्रसन्नता की बात है कि आज वही टोयो कम्पनी हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के लिए प्लांट लगाई है.

कृषि क्षेत्र की प्रगति व किसानों को समय से खाद रसायन की आपूर्ति व अन्य सुविधाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के चलते नियमित सुनिश्चित हो रही है. पीएम मोदी के नेतृत्व में कोविडकाल में भी उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में खाद रसायन की आपूर्ति बाधित नहीं हुई. यह सप्लाई चेन पीएम मोदी के मार्गदर्शन से ही संभव हो सका. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में सप्लाई चेन बाधित न होना किसी उपलब्धि से कम नहीं है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि खाद कारखाने के समयबद्ध कार्य निर्माण में राज्य सरकार ने स्तर पर सहयोग किया है. मार्च 2017 में कार्यकाल के पहले ही दिन से यह सुनिश्चित किया गया कि विकास योजनाओं में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी. सीएम योगी ने केंद्रीय उर्वरक व रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा का गोरखपुर की जनता व किसानों की तरफ से स्वागत करते हुए बताया कि श्री गौड़ा ने इस खाद कारखाने के समयबद्ध क्रियाशीलता के लिए व्यक्तिगत दिलचस्पी लेकर नियमित 15 दिनों पर समीक्षा का क्रम बनाए रखा. उन्होंने कहा कि इस समय कार्य करने का अनुकूल वातावरण है. समय से पहले प्लांट तैयार कर ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा ताकि शीघ्र ही पीएम मोदी इसे राष्ट्र को समर्पित कर सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर नित विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. खाद कारखाने के अलावा एक और बड़े निवेश के रूप में जल्द ही एम्स भी पूर्ण रूप से सेवप्रदायी हो जाएगा.