शिवम दिक्षित, लखीमपुर खीरी. पुलिस कस्टडी में ग्रामीण की मौत को लेकर सियासत जारी है. विधायक पल्लवी पटेल और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद सपा का प्रतिनिधिमंडल मृतक रामचंद्र के घर पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल परिजनों ने मुलाकात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि कहा हमारे नेता अखिलेश यादवा आपके साथ हैं. सपा के प्रतिनिधि मंडल में धौरहरा सांसद आनंद भदौरिया और सदर सांसद उत्कर्ष वर्मा के साथ कई सपा नेता मौजूद रहे.

दरअसल, रामचंद्र मौर्य बीते दिनों लकड़ी बीनने के लिए जंगल गया था. इस दौरान मझगई और निघासन थाना क्षेत्र की पुलिस आई और उसे शराब बनाने के आरोप में थाने ले गई थी. आरोप था कि थाने ले जाने के बाद उसकी पुलिसकर्मियों ने बुरी तरह पिटाई की, जिससे उसकी जान चली गई. जबकि पुलिसकर्मियों का कहना था कि रामचंद्र शराब बनाने का काम करता था इसलिए उसे पकड़ा गया था. हमने उसके साथ मारपीट नहीं की थी.

इसे भी पढ़ें- लखीमपुर पुलिस कस्टडी में ग्रामीण की मौत का मामला : UP Police के CO परिजनों पर भड़के, कहा- रख ले डेडबॉडी को…

वहीं, इस मामले में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा था कि यूपी में जंगलराज कायम है. पुलिस बेलगाम है. पुलिस की गुंडागर्दी जनता पर भारी पड़ रही है. यदि रामचंद्र शराब बना रहा था तो उसके पास न शराब बरामद हुई और न ही शराब बनाने के उपकरण मिले. पुलिस ने शराब का बहाना लेकर उसे मौत के घाट उतार दिया. उसके शराब बनाने की कहानी मनगढ़ंत है.