लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर अब सियासत गरमा रही है. समाजवादी पार्टी किसान आंदोलन को नए सिरे से धार देगी. सपा कार्यकर्ता लखीमपुर कांड की हकीकत गांव-गांव जाकर बताएंगे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जिला कमेटियों को इसकी जिम्मेदारी दी है. पूर्वांचल में भी आंदोलन शुरू करने की तैयारी हो रही है.

बता दें कि भाजपा सरकार में लाए गए तीन कृषि कानूनों, खाद- बीज, डीजल की महंगाई की लगातार मुखालफत होती रही है. पार्टी के नेता पश्चिम में चल रहे किसान आंदोलन और पूरब में उभ्भा कांड जैसी घटनाओं के जरिए किसानों को लामबंद करते रहे हैं. ऐसे में रविवार को हुई लखीमपुर की घटना ने पार्टी को बड़ा मुद्दा थमा दिया है. पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि यह घटना हर किसान को जोड़ती है. इसके लिए प्रतिनिधि मंडल पूरे प्रकरण की जांच कर हकीकत उजागर करेगा.

सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल द्वारा निकाली गई किसान, नौजवान, पटेल यात्रा में भी लखीमपुर कांड अब मुख्य मुद्दा रहेगा. यह यात्रा जिन जिलों में जाएगी, वहां लखीमपुर की घटना से लोगों को वाकिफ कराया जाएगा. अगले सप्ताह से जिलों में तहसील एवं ब्लॉक मुख्यालय पर धरना देने के बाद गांव-गांव चौपालें की जाएंगी. प्रदेश के विभिन्न जिलों में किसानों के साथ हो रहीं घटनाओं का ब्योरा तैयार किया जा रहा है.