लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, विधान सभा के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी और विधान परिषद के सभापति  कुँवर मानवेंद्र सिंह ने दीपावली पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं.

विधान सभा अध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा है कि भारतीय त्योहार हमारी सांस्कृतिक धरोहर है. हमारे सभी व्रत-त्योहार या पर्व, कहीं न कहीं पौराणिक पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका वैज्ञानिक पक्ष भी नकारा नहीं जा सकता. दीपावली भारत के सबसे बड़े और प्रतिभाशाली उत्सवों में से एक है. यह त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है. भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी त्यौहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है.

उत्तर प्रदेश विधान सभा के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल ने दीपावली पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए समस्त जनमानस के सुख-समृद्धि व दीर्घायु होने की कामना की है. विधान सभा उपाध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा है कि देश-विदेश में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है. दीपावली अज्ञान पर ज्ञान, असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई का उत्सव है. दीपावली भारत के सबसे बड़े और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है. यह आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष  राम गोविंद चौधरी ने दीपावली के शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करते हुए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. चौधरी ने अपने संदेश में कहा है कि दीपावली का यह पावन पर्व दुनिया भर के लोगों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. दीपावली सर्वाधिक लोकप्रिय और जन-जन के मन में हर्ष-उल्लास पैदा करने के साथ ही अंधकार से प्रकाश में ले जाने का पर्व है.

उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने दीपावली पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके सुख समृद्धि की कामना की है. सभापति विधान परिषद में अपने संदेश में कहा है कि दीपावली एक लौकिक पर्व है. जो केवल बाहरी अंधकार को ही नहीं, बल्कि भीतरी अंधकार को मिटाने का भी पर्व है. दीपावली का त्योहार दुनिया भर के लोगों द्वारा बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है. यह पर्व आध्यात्मिक अंधेरे पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान का प्रतीक है.