वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में PHD एडमिशन को लेकर छात्रा अर्चिता सिंह सेंट्रल ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गई हैं। इस दौरान छात्रा ने ABVP के छात्र को एडमिशन देने के लिए षड्यंत्र का आरोप लगाया। छात्रा ने कहा कि मेरा एडमिशन कैंसिल कर दिया गया। विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भेदभाव कर रहे है। इस दौरान छात्रा ने 15वीं रैंक के बजाय 18वीं रैंक के अभ्यर्थी को एडमिशन देने का आरोप लगाया। दलित छात्र के बाद सामान्य वर्ग की छात्रा ने BHU के खिलाफ मोर्चा खोला है। छात्रा ने कहा कि मुझे महिला होने और समान्य वर्ग की होने की सजा न दी जाए। मुझे न्याय दी जाए।
छात्रा ने लगाया एडमिशन कैंसिल करने का आरोप
अर्चिता सिंह ने बताया कि मैंने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मांगे गए सारे दस्तावेज जमा कर दिए थे। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का प्रमाण पत्र पिछले साल का था। ऐसे में छात्रा ने शपथपत्र दाखिल कर 31 मार्च तक प्रमाण पत्र देने की बात कही। उसने डेडलाइन से दो दिन पहले यानि 29 मार्च को ईडब्ल्यूएस का प्रमाणपत्र जमा कर दिया। छात्रा का आरोप है कि प्रतीक्षा सूची में पहले स्थान पर होने के बावजूद उसकी जगह पॉलिटिकल पहचान रखने वाल छात्र को प्रवेश देने की तैयारी की गई।
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करणी सेना ने किया समर्थन
वहीं अब करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश रघुवंशी ने छात्रा का समर्थन किया। BHU के सेंट्रल ऑफिस के सामने राकेश रघुवंशी दर्जनों करणी सेना के कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। करणी सेना के धरने से हड़कंप मच गया है। राकेश रघुवंशी ने कहा कि हम अर्चिता सिंह को न्याय दिलाकर रहेंगे। मुझे खुशी है कि कोई बहन अपने अधिकार के लिए धरना दे रही है। विवि प्रशासन को झुकना होगा। करणी सेना के धरने की सूचना मिलते ही लंका थाने की पुलिस मौके पर तैनात है।
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