लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रदेश की योगी सरकार ने सात हजार तीन सौ एक करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया है. वहीं इस बजट पर तंज कसते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस बजट को दिल दुखाने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा में आज पेश अनुपूरक बजट राज्य की विभिन्न संकटों में घिरी गरीब और मेहनतकश जनता के लिए उम्मीदों का कम और दिल दुखाने वाला ज्यादा है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि योगी सरकार द्वारा पेश किया गया अनुपूरक बजट गरीब और मेहनतकश लोगों के लिए दिल दुखाने वाला बजट है. आगे उन्होंने कहा कि अगर यूपी सरकार, तमिलनाडु की तरह, पेट्रोल की कीमत तीन रुपए कम कर देती तो करोड़ों जनता को महंगाई से थोड़ी राहत जरूर मिल जाती. बस भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से अंधाधुंध वादे व घोषणायें आदि किए हैं. उसके अनुसार बजट का सही प्रबंध नहीं होने से वे कागजी घोषणाएं ही बनकर रह जाएंगी, जबकि बीएसपी सरकार में घोषणाओं से पहले उसके लिए वित्तीय व्यवस्था जरूरी था. यही बीएसपी और अन्य में असली फर्क है.
2. वैसे भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से अंधाधुंध वादे व घोषणायें आदि किए हैं उसके अनुसार बजट का सही प्रबंध नहीं होने से वे कागजी घोषणायें ही बनकर रह जाएंगी जबकि बीएसपी सरकार में घोषणाओं से पहले उसके लिए वित्तीय व्यवस्था जरूरी था। यही असली फर्क है बीएसपी व अन्य में।
— Mayawati (@Mayawati) August 18, 2021
बता दें कि प्रदेश के वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपने बजट भाषण में कहा कि इस बजट से तीन हजार करोड़ रुपए युवाओं के रोजगार पर खर्च होंगे. वहीं, आशा वर्करों, चौकीदारों, ग्राम प्रहरी, आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक, प्रांतीय रक्षक दल, रसोइया समेत विभिन्न संभागों में काम कर रहे कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा. इसमें अधिवक्ताओं के लिए भी स्पेशल बजट लाया गया है.