मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश वर्किंग जर्नालिस्ट यूनियन के अध्यक्ष फहीम खान, महामंत्री रितेश द्विवेदी के नेतृत्व में 25 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने मंडल आयुक्त मुरादाबाद को ज्ञापन सौंपा. यूनियन ने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की. साथ ही पीडित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का मुतालबा किया.

बता दें कि थाना क्षेत्र लालगंज के असरही गांव में पुलिस की छापामारी कार्रवाई की कवरेज करने गए टीवी चैनल के पत्रकार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. लालगंज पुलिस व एटीएस के संयुक्त छापामार अभियान में असरही गांव में अवैध असलहा बनाने की एक फैक्ट्री रविवार को पकड़ी गई. जिसमें छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही भारी संख्या में असलहों का जखीरा भी बरामद किया गया. इस छापामारी का कवरेज करने जनपद के सहोदर पश्चिम, स्टेशन रोड निवासी सुलभ श्रीवास्तव भी गए हुए थे. उनकी एक दुर्घटना में मौत होना बताया जा रहा है.

घर न पहुंचने पर घरवाले जब परेशान हुए तो उनकी खोजबीन शुरू हुई. बाद में पता चला की कटरा रोड पर एक ईंट के भट्टे के पास उन्हें घायल अवस्था में पाया गया, जहां से जिला अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वह एबीपी न्यूज चैनल के जिला संवाददाता थे. वह शराब माफियाओं पर भी काफी मुखर होकर अपने चैनल में खबरों को चलाते रहे थे. उन्हें भय था कि उनकी जान को खतरा है. इसी परिप्रेक्ष्य में उन्होंने 12 जून को प्रयागराज के अपर पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर अपने जानमाल की रक्षा करने की गुहार की थी. पुलिस की उदासीनता और निष्क्रियता से आखिरकार एक युवा पत्रकार को काल कवलित होना पड़ा. उनकी मृत्यु से पूरे प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश है.

इसे भी पढ़ें – पत्रकार की संदिग्ध मौत : प्रियंका गांधी ने सरकार पर बोला हमला, कहा- प्रदेश में मौत का तांडव, सोई है सरकार

उनकी मौत को एक दुर्घटना नहीं माना जा सकता. अंदेशा इस बात का लगाया जा रहा है कि उनकी हत्या की गई है. पुलिस की लापरवाही देखते हुए यूपी वर्किंग जर्नालिस्ट यूनियन ने मांग की है कि प्रदेश सरकार अपना हस्तक्षेप करते हुए इस घटना की सीबीआई जांच कराए. जिससे लोगों के सामने सच्चाई सामने आ सके.

इसे भी पढ़ें – BJP की महिला नेता पर करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पने का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार

Read more – India Logs 70,421 cases; 3,921 Virus-Linked Deaths Reported