Swami prasad on Tirupati Temple Laddu. तिरुपति मंदिर में प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल पर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के लिए वहां पर पूजन कार्य मे जुटे हुए पुजारियों को दोषी बताया है. मौर्य ने X पर इस संबंध में एक पोस्ट भी साझा किया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि- ‘तिरुपति बालाजी मन्दिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने की घटना ने मन्दिर के व्यवस्थापक सन्त, महन्त, पण्डे, पुजारियों के मिली भगत का पोल खोल दिया है क्यों कि ‘प्रसाद’ या प्रसाद हेतु लायी गई सामग्री बिना उनकी सहमति के मन्दिर प्रांगण में आ ही नहीं सकती. यह धर्माचार्य, पण्डे, पुजारी और सन्त महन्त केवल जनता और भक्तों को ही नहीं अपितु अपने तथाकथित भगवान को भी धोखा दिया है.’
मौर्य ने आगे लिखा कि ‘इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि तथाकथित हिंदू धर्म का दुश्मन कोई और नहीं बल्कि इस धर्म के ठेकेदार ही है. यह और भी चिन्तनीय इसलिए है क्योंकि तथाकथित हिन्दू धर्म के ठेकेदारों एवं उनके सहयोगी पार्टियों की सरकारें केन्द्र और प्रदेशों में है.’
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