विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य महकमा को दुरुस्त रखना और लोगों को उच्च स्तर की स्वस्थ्य व्यवस्था मुहैया करवाना एक चुनौती सरीखा है. यही कारण है कि समय समय पर इसकी समीक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की जाती है. उपमुख्यमंत्री जैसे बड़े कद वाले नेता ब्रजेश पाठक को इस विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. योगी आदित्यनाथ सरकार ने उच्च स्तर की स्वास्थ्य व्यवस्था और बुनियादी दवाओं की सुलभता को जांचने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीमों को अब जिलेवार भेजने का फैसला किया है.
29 सितंबर तक सभी जिलों के अस्पतालों में NHM की टीम जाएगी और वहां पर बुनियादी जरूरतों का जायजा लेंगी. पहले फेज में लखनऊ, उन्नाव, अयोध्या, बाराबंकी, हरदोई और सीतापुर जाएंगी. इसके बाद अन्य जिलों के स्थलीय निरीक्षण के लिए टीमों को भेजा जाएगा.
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स्वास्थ्य महकमे को सुचारू रखना चुनौती
NHM की निदेशक पिंकी जोवेल ने लल्लूराम डॉटकॉम को बताया कि उत्तर प्रदेश एक बड़ा आबादी वाला राज्य है. यहां पर स्वास्थ्य विभाग को अतिरिक्त चौकन्ना रहना ही पड़ता है. बुनियादी सुविधाएं तो है किंतु अभी भी बहुत से स्वास्थ्य केंद्र (PHC/CHC) पर डॉक्टर्स और अन्य कर्मचारियों की कमी है. जिसकी वजह से कभी कभी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में NHM की टीम पूरे प्रदेश के चिकित्सालयों का भ्रमण कर रिपोर्ट पेश करेगी. साथ ही केंद्रों पर तैनात कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी करेगी.
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