कानपुर. जनपद कानपुर तहसील कानपुर ग्राम मुज्जफरपुर (लाल बंगला) में एक ग्रामीण की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है. पीड़ित का कहना है कि उसकी जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा जमा दिया है. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को पत्र देकर कर चुके है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पीड़ित ने शासन-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.

पीड़ित नंद किशोर पुत्र भदई प्रसाद का कहना है कि उन्होंने 10 साल पहले जनपद कानपुर तहसील कानपुर ग्राम मुज्जफरपुर (लाल बंगला) में जमीन 0.1230 हेमी क्रय की थी. जिसका आराजी सं. 249 (खाता सं0 00610) है. जिसका खसरा-खतौनी भी पीड़ित के पास है. इस जमीन पर क्षेत्रीय दंबगो ने अपना बोर्ड लगा दिया है. जबकि पीड़ित के नाम उस जमिन की रजिस्ट्ररी पहले से है और इन्तखाफ (दाखिल खारिज) में नाम चढवाने के लिए न्यायालय तहसीलदार को वाद सं. T202003410109791 और T202003410109793 11 सितंबर 2020 को किया गया, जो अभी तक नही हुआ. लेखपाल अजय त्रिपाठी से मिलने पर उन्होने ने बोला दंबगो द्वारा नाम चढाने से मना किया गया है और आप भी इस जमीन के पीछे न पड़े तो अच्छा होगा.

दबंगों ने जमीन पर लगाया बोर्ड

नंद किशोर ने बताया कि यह जमीन उसकी है और जमीन पर दंबगों ने अपना बोर्ड लगा दिया है. जबकि यह जमीन सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है और यह जमीन किसान की पुसतैनी जमीन है, जबकि दबंगो का कहना है कि यह जमीन हमने केडीए से ली है, जबकि इन्होने केडीए से जमीन कहीं और ली है और बोर्ड हमारे जमीन पर लगा दिया है. क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि आप की कोई नहीं सुनेगा. थाना पुलिस, एसपी और डीएम सब इन्हीं के साथ मिले हुए हैं.

सदमा लगने से पीड़ित हो गया विकलांग

इस घटना से पीड़ित नंद किशोर को सदमा लग गया, जिस कारण से उन्हें हार्टअटैक पड़ गया. इस वजह से पीड़ित विकलांग हो गया है. जिसके कारण प्रार्थी सही से बोल भी नहीं पाता और भाग-दौड करने में असमर्थ है. पीड़ित ने इस घटना को 1076 पोर्टल पर 2 जून 2021 को संदर्भ सं. 92116400018393 दर्ज करवाया. जिस पर भी संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई. इसी संदर्भ में कानपुर जिलाधिकारी को भी प्रार्थना पत्र 14 जून 2021 को दिया गया और इसमें भी अभी तक संतोषजनक कुछ कारवाई नहीं हुआ. इसके बाद पीड़ित 16 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री दर्शन में मुख्यमंत्री के पास अपना प्रर्थाना पत्र लेकर गया था. जिस पर सीएम ने भी कारवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई. पीड़ित 27 जुलाई 2021 को जनता दर्शन में मुख्यमंत्री को दोबारा प्रार्थना पत्र देने गया था, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.

मंत्री के खानदानी परिवार का दबंग

बताया जा रहा है कि दबंग मधुकर महाना, कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार सतिश महाना के खानदानी परिवार के है. इसलिए मंत्री कोई कारवाई नहीं होने देते है और मंत्री के भय से कोई अधिकारी न्याय करने को तैयार नहीं हो रहा है. पीड़ित का कहना है कि मुख्यमंत्री से आस है कि कोई कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि उनको न्याय नहीं मिला तो घुट-घुट कर मरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. पीड़ित के पास न तो खाने के लिए कुछ है और न ही दवा के लिए भी पैसे है. पीड़ित की जीवन भर की कमाई यही जमीन है. उसकी जमीन पर कब्जा होने से पीड़ित किसान बहुत ही भयभीत है और उन्होंने जान का खतरा जताया है.

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