मेरठ. मेरठ में एसएसपी कार्यालय के पास कार के अंदर खुद को सिर में गोली मारने से 60 वर्षीय व्यवसायी योगेंद्र चौधरी की मौत हो गई. उनके परिवार ने दावा किया कि उन्होंने कई सुसाइड नोट छोड़े थे – एक कार में, एक घर पर, और अन्य अपने ईमेल और व्हाट्सएप पर, लेकिन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरज राय ने कहा कि मौके से या कहीं से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला.
छह लोगों पर आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है. योगेंद्र के भाई दीपक ने कहा कि उसका भाई आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और कर्ज में डूबा हुआ था. उन्होंने कहा कि महामारी के बाद हालात और खराब हो गए क्योंकि उन्होंने परिवार चलाने और सीए की पढ़ाई कर रही अपनी बेटी की फीस का भुगतान करने के लिए उच्च ब्याज दरों पर ऋण लिया था. साहूकार समय पर ब्याज देने के बावजूद योगेंद्र को परेशान कर रहे थे.
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दीपक ने कहा कि उन्होंने समय पर भुगतान नहीं करने पर उनकी बेटी का अपहरण करने की धमकी भी दी थी. वे मेरे भाई पर अपना घर फाइनेंसरों को सौंपने के लिए दबाव डाल रहे थे. वह इस उत्पीड़न को सहन नहीं कर सका और उसने सुसाइड कर ली. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.