लखनऊ. उत्तर प्रदेश के गांवों में प्रधानी की जंग जीतने वालों को फिर विकास करने के गुर सिखाए जाएंगे. यूपी सरकार पंचायतीराज विभाग इसका खाका तैयार कर रहा है. स्वतंत्रता दिवस के बाद विकासखंड मुख्यालयों पर प्रशिक्षण प्रक्रिया शुरू होगी. हर जिले में 4-5 मास्टर ट्रेनर भेजने की तैयारी है.
राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के साथ ही गांवों की सरकार बन गई. केंद्रीय व राज्य वित्त आयोग से गांवों को धन भी मिलने जा रहा है. चुने गए ग्राम प्रधानों में से कुछ ही ऐसे हैं जो फिर निर्वाचित हुए हैं, आरक्षण बदलने से ज्यादातर प्रधानों का नया निर्वाचन है, वे आसानी से कामकाज कर सकें. इसके लिए जरूरी है कि योजनाओं के साथ ही उन्हें संचालित कैसे करना है इसकी जानकारी हो.
पंचायतीराज विभाग सभी निर्वाचित ग्राम प्रधानों को इसका प्रशिक्षण देने जा रहा है. निर्वाचन के एक माह के भीतर ही सभी 58,189 ग्राम प्रधानों को जुलाई माह में जूम एप के माध्यम से आनलाइन प्रशिक्षण दिया गया. अब उन्हें शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए भौतिक रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा.