लखनऊ। समाजवादी पार्टी के ऑफिस के पास आत्मदाह करने वाले युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। गौतमपल्ली पुलिस ने योगेंद्र को आत्मदाह के लिए उकसाने पर उनकी मुंहबोली बहन व भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उधार के पैसे नहीं मिलने से युवक परेशान था। तंग आकर युवक ने यह कदम उठाया था।

उधार के पैसे वापस न मिलने से था परेशान

बताया जा रहा है कि अलीगढ़ के तीन दबंग भाइयों दानिश वसीम व नाजिम को 6 लाख दिए उधार के पैसे नहीं मिलने से युवक योगेंद्र गोस्वामी परेशान था। पूछताछ में योगेंद्र ने बताया था कि पैसे वापस मांगने पर आरोपित गाली गलौज करते थे। जब उसने अलीगढ़ पुलिस ने शिकायत कि तो उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इन्ही सब चीजों से परेशान होकर योगेंद्र ने खुद को आग लगा ली।

READ MORE: कैबिनेट मंत्री संजय निषाद की कार का एक्‍सीडेंट: जानवर को बचाने में गाड़ी टकराई, बाल-बाल बचे

छानबीन में जुटी पुलिस

पुलिस ने बताया कि 26 साल पहले आसमां और गुड्डू की मां नूर बानो ने योगेंद्र को गोद लिया था। वह नूर बानो की सहेली के बेटे थे। योगेंद्र ने आसमां और गुड्डू के उकसाने पर खुद को आग लगाई थी। गौतमपल्ली थाने में योगेंद्र के मुंहबोले भाई बहन असमा और गुड्डू पर एफआईआर दर्ज की गई है। गौतमपल्ली पुलिस ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।