आदित्य मिश्र, अमेठी । उत्तर प्रदेश के अमेठी शहर में कई निजी अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक और पैथालॉजी बिना पंजीयन या फिर सभी मानकों को ताक पर रखकर संचालित किये जा रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग सिर्फ कागजो में अपने दायित्वों को पूरा कर रहा है। जुलाई महीने में स्वास्थ्य विभाग ने नगर प्रशासन सहित ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के साथ संयुक्त टीम बनाकर ऐसे अस्पतालों की जांच करने का निर्देश दिया था, जो अवैध संचालित थे। इसी बीच दिल्ली में बेसमेंट हादसा हो गया। जिसके बाद जिले में भी बेसमेंट में चल रहकोचिंग,अस्पताल,रेस्टोरेंट और लाइब्रेरी सहित अन्य संस्थाओं के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया गया। इसमें भी जिला प्रशासन की टीम ने बेसमेंट में चल रहे अस्पतालों को नोटिस देकर कागजात निर्धारित समय में जमा करने को कहा था।
READ MORE : live in relationship registration के लिए हर जगह पर धर्मगुरुओं से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं, केवल इस स्थिति में होगी अनिवार्यता
बेसमेंट की चेकिंग के दौरान खुली पोल
बेसमेंट की चेकिंग के दौरान ही स्वास्थ्य विभाग का कच्चा चिट्ठा खुल गया। इस दौरान शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे कई अवैध निजी अस्पतालों के बारे में प्रशासन को पता चला।शहर के गंगागंज मोहल्ले में संचालित अवध अस्पताल बेसमेंट में संचालित की जा रही है यहां पर ओपीडी के अलावा मरीजो के ऑपरेशन भी किये जाते है सरकार का आदेश इस अस्पताल पर लागू नही हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक अस्पताल का लाइसेंस पूर्व में जारी था लेकिन इस बार लाइसेंस रिन्यूवल छह सात माह से नहीं हुआ है। अस्पताल का संचालन अवैध तरीके से किया जा रहा है अस्पताल का निरीक्षण करने पर एक महिला कर्मचारी मौजूद थी। परिसर में ही बनाये गए एक वार्ड में महिला को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
READ MORE : महाकुंभ हादसे में मौतों का आंकड़ा छिपाया गया, सांसद रामगोपाल यादव का बड़ा बयान, बोले- सदन में इस मुद्दे को उठाएंगे X
महिला कर्मचारी से चिकित्सक के बारे में जानकारी लेने पर बताया गया कि जब मरीज आते है। चिकित्सक को काल करके बुलाया जाता है। वहीं पूरे मामले पर सीएचसी अधीक्षक डॉ आलोक त्रिपाठी ने कहा कि बेसमेंट में अस्पताल का संचालन करना गलत है। शासन की ओर से इस पर रोक लगी है। निरीक्षण कर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियो को रिपोर्ट भेजी जायेगी।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें