लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार ने कड़े नियम लागू किया है. शहरी इलाकों में कोरोना मरीज मिलने पर इलाका कंटेनमेंट जोन घोषित होगा. एक मरीज मिलने पर 20 मकानों का इलाका सील किया जाएगा. एक से अधिक केस मिलने पर 60 मकानों का इलाका सील कर दिया जाएगा. कंटेनमेंट जोन में लोगों का आवागमन पूरी तरह बंद हो जाएगा. वहां के लोगों को 14 दिन तक इसी स्थिति में रहना पड़ेगा.

कंटेनमेंट जोन इलाके में सर्विलांस टीम सर्वे और जांच करेंगी. इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अफसरों को आदेश जारी कर दिया गया है. वहीं बहुमंजिले अपार्टमेंट के लिए नियम कुछ अलग होंगे. एक मरीज मिलने पर अपार्टमेंट की उस मंजिल को बंद कर दिया जाएगा. एक से अधिक मरीज मिलने पर ग्रुप हाउसिंग का संबंधित ब्‍लॉक सील होगा. 14 दिनों तक एक भी मरीज न मिलने पर ही कंटेनमेंट जोन समाप्त होगा.

कोरोना को रोकने के लिए यूपी सरकार ने किया अलर्ट

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए निगरानी समितियां अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश पहुंचने वाले यात्रियों व अन्य लोगों की मानीटरिंग करें. कोरोना मामलों की मैपिंग कर रणनीतिक निगरानी से ऐसे मामलों का शीघ्र पता चल सकेगा और मरीज को आइसोलेट किया जा सकेगा. किसी भी संक्रमित व्यक्ति से संबंधित 25 लोगों की टेस्टिंग की जाए. निगरानी समितियों के माध्यम से सामुदायिक निगरानी करके कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है.

उन्होंने आरटीपीसीआर टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के संबंध में समीक्षा की. उन्होंने कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के मद्देनजर ग्राम पंचायत तथा म्युनिस्पिल वार्ड स्तर पर निगरानी समितियों का गठन कर उन्हें सक्रिय करने के निर्देश दिए.आरटीपीसीआर के सैम्पल भेजने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड्स की व्यवस्था की जाए.

जिलों में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ट कण्ट्रोल सेन्टर्स को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए. सभी जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुसिल अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रतिदिन सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर में बैठक कर स्थिति की समीक्षा करें तथा आगे की रणनीति बनाएं. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लोगों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनने के लिए कहा जाए. दुकानदार, आटो, टैक्सी और बस ड्राइवर भी अनिवार्य रूप से मास्क पहनें. आटो, टैक्सी तथा बस का प्रयोग उन्हीं यात्रियों को करने दिया जाए, जिन्होंने मास्क पहना हो.

कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल भी हो सकते हैं बंद, डीएम करेंगे फैसला

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कक्षा 9 से 12 तक के स्कूलों भी बंद करने पर विचार किया जा रहा है. उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि कोरोना प्रदेश के हर जिलों में उतना सक्रिय नहीं है. जिन जिलों में मामलों में तेजी आ रही है वहां पर जिलाधिकारी कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालय बंद करने का आदेश देने के लिए अधिकृत हो सकते हैं या नहीं, इस पर मुख्यमंत्री से वार्ता करके औपचारिक घोषणा होगी. राजधानी में पत्रकारों में मुखातिब डॉ. शर्मा ने कहा कि पंचायत चुनाव के बाद यूपी बोर्ड की परीक्षाएं प्रारंभ होंगी. मई में ही यह परीक्षाएं शुरू होंगी. मालूम हो कि प्रदेश सरकार ने सभी बोर्ड के कक्षा आठ तक के स्कूलों को 11 अप्रैल तक बंद करने का आदेश पहले से ही दे रखा है.

मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के सम्बन्ध में की समीक्षा 

सीएम योगी ने कोविड अस्पतालों में बेड उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर निर्देश दिए है. कोरोना मरीजों को एम्बुलेंस की सुविधा, बेड को लेकर शिथिलता, लापरवाही करने पर कार्रवाई होगी. लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में विशेष ध्यान देने की बात कही है.

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सभी सरकारी अस्पताल हुए फुल

सभी सरकारी अस्पताल फुल हो गए हैं. अब कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल में जगह नहीं बची है. केजीएमयू, लोहिया, और लोकबंधु अस्पताल में बेड नहीं है. वेंटिलेटर की भी अस्पतालों में बड़ी किल्लत है, जबकि 60 फीसदी मरीज घर में आइसोलेट है.

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