लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में दुधवा टाइगर रिजर्व (डीटीआर) में पर्यटक 1 नवंबर से फिर से हाथी सफारी का आनंद ले सकेंगे. सफारी को पिछले साल कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए बंद कर दिया गया था. हाथी सफारी दुधवा टाइगर रिजर्व प्रमुख आकर्षणों में से एक है.

वन विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि पिछले वर्षों की तुलना में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. डीटीआर के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने कहा, “रिजर्व के अंदर की सभी सड़कों की मरम्मत कर दी गई है. हम इस सीजन में अधिक पर्यटक आने की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि पिछले एक कोरोनवायरस के कारण बंद हो गया था.”

दुधवा आमतौर पर नवंबर से जून तक खुला रहता है. पिछले साल, लगभग 38,000 पर्यटकों ने आरक्षित वन का दौरा किया, इसके बंद होने से पहले, 75 लाख रुपए से अधिक का राजस्व अर्जित किया. सफारी के बारे में जानकारी देते हुए पाठक ने कहा, “पर्यटकों को उस क्षेत्र का दौरा करने के लिए दो समर्पित हाथियों को तैनात किया जाता है, जहां गैंडे रहते हैं. प्रत्येक हाथी पर चार पर्यटकों को उसकी पीठ पर बैठाया जाता है.”

उन्होंने कहा, “इस सीजन में प्रति पर्यटक की कीमत 500 रुपए कर दिया गया है. वाहनों की तुलना में हाथी की पीठ से गैंडों को देखना अधिक सुविधाजनक होता है.” एक सफारी की अवधि एक घंटे से अधिक होगी जब तक कि समूह संरक्षित क्षेत्र में गैंडों को न देख ले. हाथी सफारी का समय सुबह से 10 बजे तक होगा, इसके बाद हाथियों को शाम से पहले आराम करने का समय दिया जाता है.