अंकित मिश्रा, बाराबंकी. बेरोजगार शिक्षित युवतियां ठगी का शिकार हो गई, जब कम्पनी ने युवतियों को 25 सौ रुपए की चेक दी तो बैंक में बाउंस हो गई. अब परेशान युवतियों ने एसपी यमुना प्रसाद को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर कम्पनी के विरुद्ध विधिक कार्यवाई करने की मांग करी है.

बता दें कि वर्ष 2020 और 2021 में वैष्विक महामारी कोविड 19 कोरोना के संक्रमण व उसकी चपेट में आने से बचने के लिए सरकार ने लाकडाउन कर दिया था. उस समय जिले के रामनगर तहसील में एक फर्जी कम्पनी आ धमकी और विभिन्न गांवों पढ़ी-लिखी बेरोजगार युवतियों का अपना शिकार बनाते हुए उनसे तीन हजार रुपए जमा करवा लिए और उन युवतियों से कम्पनी के लोगों ने कहा कि आप लोगों को पढ़ाएंगी और इसकी एवज में 25 सौ रुपए वेतन प्रतिमाह आप लोगों को कम्पनी भुगतान करेगी.

इस तरह तहसील के कई गांवों की बेरोजगार युवतियां उनके जाल में फंस गई और सभी को कम्पनी ने 25-25 सौ रुपए की चेक काटकर दे दी लेकिन जब उन चेको को युवतियों ने बैंक खाते में लगाया तो वो चेके बाउंस हो गई. इसके बाद युवतियों को ठगी का एहसास हुआ. तो रामनगर थाने में लिखित तहरीर दी लेकिन तहरीर लेकर रामनगर पुलिस लोगों से जांच करके कार्यवाई की बात कहने लगी तो पीड़ितों ने एसपी को भी लिखित शिकायत की है.