लखनऊ. यूपी विधानमंडल का शीतकालीन सत्र बुधवार से शुरू हो गया है. तीन दिन तक चलने वाले इस सत्र के पहले दिन ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने महंगाई, कानून-व्यवस्था और शिक्षक भर्ती के मुद्दों पर सदन के बाहर अपना विरोध दर्ज कराया है. सदन के पहले दिन समाजवादी पार्टी के विधायकों ने सदन के बाहर महंगाई, गन्ना मूल्यों का भुगतान, और शिक्षक भर्ती जैसे तमाम मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी विधायकों ने लाल टोपी के साथ हर मुद्दों की तख्ती ले रखी थी. फिर चौधरी चरण सिंह मूर्ति के सामने सभी ने बैठ कर अपना विरोध दर्ज कराया.
कांग्रेस सदस्यों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे से जुड़े मामले को लेकर गांधी प्रतिमा पर बैठकर अपना विरोध जताया. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधायक आराधना मोना मिश्रा और एमएलसी दीपक सिंह ने विरोध मार्च भी निकाला. विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सत्रहवीं विधानसभा का आखिरी और इस साल आहूत चौथा सत्र है. सत्र के पहले दिन बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही सदन के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर और देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत व 11 अन्य सैन्य अफसरों-कर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई. वहीं 16 दिसंबर को वर्तमान वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट, अगले वित्तीय वर्ष का अंतरिम बजट और 2022-23 के शुरूआती चार महीनों के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया जाएगा.
16 दिसंबर को 2021-22 के दूसरे अनुपूरक बजट, वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंतरिम बजट और पहले चार महीनों के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया जाएगा. सदन में बजट पेश होने के बाद प्रश्न लिए जाएंगे. इसके बाद सदन के एजेंडा के अनुसार कार्यवाही होगी. इसी दिन विधान सभा के सभी सदस्यों का ग्रुप फोटो होगा. 17 दिसंबर को सदन में दूसरे अनुपूरक बजट पर चर्चा कर उसे पारित किया जाएगा. तीन दिन के इस संक्षिप्त सत्र में जरूरी काम निपटाए जाएंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ अहम घोषणाएं भी सदन में कर सकते हैं. विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि 16 दिसंबर को द्वितीय अनुपूरक अनुदानों की मांगों एवं वित्तीय वर्ष 2022-23 का आय-व्ययक (अन्तरिम) तथा उसके एक भाग के लिए लेखानुदान को सदन में प्रस्तुत किया जाएगा. सीएजी रिपोर्ट भी रखी जा सकती है. 17 दिसम्बर अनुपूरक बजट पास कराया जाएगा.