वाराणसी. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कथित तौर पर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्री राम’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारे के बीच काले झंडे दिखाए, जब वह बुधवार रात वाराणसी पहुंचीं. ममता वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होने गईं. घटना पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कुर्सी की जगह घाट की सीढ़ियों पर बैठकर गंगा आरती देखी.

पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री का काफिला चेतगंज इलाके से गुजर रहा था, तभी हिंदू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं के एक समूह ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाने शुरू कर दिए और काले झंडे लहराए. मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इसी दौरान उन्होंने गाड़ी रोकी और सड़क पर आ गई. घाट पर जाने से पहले वह कुछ देर तक उन्हें देखती रही. समाजवादी पार्टी (सपा) के एक नेता मनोज राय धूपचंडी के अनुसार, जो उस समय ममता के साथ थे, उन्होंने कहा कि हार के डर ने उन्हें इस तरह से काम करने के लिए कहा गया था.

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उन्होंने ‘जय यूपी, जय हिंद’ और ‘हर-हर महादेव’ के नारे भी लगाए. पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. चेतगंज पुलिस ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों की शिनाख्त के बाद कार्रवाई की जाएगी. ममता बनर्जी गुरुवार को वाराणसी में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव की चुनावी रैली में हिस्सा लेंगी.