बाराबंकी. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा, बसपा, कांग्रेस सहित विपक्षी अन्य दलों पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में 100 प्रतिशत में 60 प्रतिशत वोट भाजपा का है. 40 प्रतिशत में बटवारा है, उसमें भी हमारा है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा की कई दूसरे दलों में रहने वालों से मेरी बातचीत होती है तो उनका कहना है कि हम तो अन्य दल में हैं, लेकिन घर की महिलाओं को अगर कहो भी कि बीजेपी को वोट मत दो तब भी वह नहीं मानने को तैयार होती है और कहती हैं कि वह बीजेपी को ही वोट देंगे इसीलिए मैं कहता हूं 40% में भी बीजेपी का वोट है.

बाराबंकी के जैदपुर विधानसभा में आयोजित एक रैली में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं सबसे पहले भाजपा का कार्यकर्ता हूं उसके बाद डिप्टी सीएम. कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता डिप्टी सीएम है हां अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी किसी कार्यकर्ता को परेशान या प्रताड़ित कर रहा हो तो उसकी शिकायत करें उसका त्वरित समाधान किया जाएगा और जो थोड़ी बहुत कमियां रह गई हैं. उसको 2022 में पूरा कर लिया जाएगा इसलिए पार्टी का हर कार्यकर्ता हमारे लिए डिप्टी सीएम है.

अखिलेश के पार्टी का नाम एके-47 होना चाहिए – केशव प्रसाद मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि पहले कि सपा सरकार में गरीबों, सरकारी और उद्योगपतियों की जमीनों पर कब्जा किया जाता था. लेकिन अब कि प्रदेश की योगी सरकार में बुलडोजर चला दिया जाता है इसीलिए अखिलेश जी अब भाजपा का नाम बदलकर बुलडोजर पार्टी रखने को कह रहे हैं लेकिन मैं कहता हूं कि सपा का नाम बदलकर एके-47 पार्टी रख देना चाहिए. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार जनता की सेवा करने के लिए है हम सेवा भी कर रहे हैं और विकास भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2012 से लेकर 2017 के बीच पिछड़ों के साथ सपा सरकार ने क्या कार्य किया सपा की सरकार में केवल जातिवाद और परिवार वादी ही है अखिलेश जी. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन को भाजपा का वैक्सीन कहा था फिर उनके पिताजी ने क्यों वैक्सीन लगवा ली. कोरोना काल में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने देश सेवा, लोगों की सेवा करने का कार्य किया जबकि विपक्षी पार्टियों ने देश को भ्रमित और बीमारी में भी राजनीति की. उन्होंने कहा तो दूसरी और राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं अगर वह कहीं प्रधानमंत्री होते भी तो केवल 25 करोड लोगों को भी शायद वैक्सिंन लग पाता.