लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान सभा की वेबसाइट www.upvidhansabhaproceedings.gov.in हैक होने का मामला सामने आया है. बुधवार की शाम वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिली. हैकर्स ने वेबसाइट के मेन पेज पर आपत्तिजनक बात भी लिखी थी. हालांकि क्या लिखा था, इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है. वेबसाइट की मेंटेनेंस का काम संभालने वाली संस्था उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपी डेस्को) ने इसकी शिकायत साइबर सेल में दर्ज कराई है. बीते 18 घंटे से वेबसाइट को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है.

यूपी डेस्को के सहायक प्रबंधक राम शंकर सिंह ने बताया कि बुधवार की शाम करीब 4 बजे वेबसाइट हैक होने की जानकारी मिली थी. वेबसाइट पर आपत्तिजनक पोस्ट लिखी थी. यूजर और पासवार्ड यूज करने पर भी वेबसाइट नहीं खुली. उन्होंने साइबर क्राइम थाने में सूचना प्रोद्यौगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008, 66 सी के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. उन्होंने कहा, जिसने भी ये काम किया है, उसने गलत किया है. साइट को रिकवर करने का काम जारी है.

जल्द मामले का होगा पर्दाफाश

साइबर क्राइम के एडीजी राम कुमार ने कहा कि इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही मामले का पर्दाफाश होगा. साइबर थाने की टीम हैकरों की तलाश में जुटी है.

एक हफ्ते में सरकारी वेबसाइट हैक होने के दो बड़े मामले

5 सितंबर को आरपीएफ ने रेलवे की सरकारी वेबसाइट हैक कर टिकट की जालसाजी करने वालों को गिरफ्तार किया था. आरपीएफ को जानकारी मिली थी कि पट्टी में ढखवा रोड पर एक साइबर कैफे में रेलवे की वेबसाइट हैक कर अवैध तरीके से टिकट बनाए जा रहे हैं. इस पर बीते रविवार को आरपीएफ ने पट्टी कोतवाली क्षेत्र के ढकवा रोड पर स्थित साइबर कैफे पर छापा मारकर आरोपी अनुपम सिंह को गिरफ्तार करने जेल भेज दिया था.

8 सितंबर को विभूतिखंड पुलिस ने अंगूठे का बॉयोमेट्रिक क्लोन तैयार कर ठगी करने वाले 3 ठगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी सरकारी वेबसाइट (आईजीआरएस) से रजिस्ट्री का डेटा चुराते थे. सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर लोगों के अंगूठे के बॉयोमेट्रिक प्रिंट ले लेते थे. इसके बाद फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर उनके खातों से पैसा अपने डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर कर लेते थे.