लखनऊ. उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी कार्यकारिणी समिति एक बैठक अकादमी के चेयरमैन कैफुल वरा की अध्यक्षता में समपन्न हुई. इस अवसर पर समिति ने उर्दू के विकास और प्रचार प्रसार के लिए विभिन्न निर्णय लिए. समिति ने पांडुलिपियों पर आर्थिक सहायता, पुस्तकों का प्रकाशन उर्दू मीडिया सेंटर के अन्तर्गत उर्दू पत्रकारिता कोर्स चलाने की स्वीकृति प्रदान की. इसके अतिरिक्त अकादमी में अनुवाद केन्द, उर्दू ड्रामा के कोर्स प्रारम्भ करने और उर्दू-हिंदी शार्टहैंड के प्रशिक्षण का एक वर्षीय कोर्स प्रारंभ करने का भी निर्णय लिया है.

आईएएस/पी सी एस के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कार्यकारिणी ने कोचिंग की व्यवस्था करने की स्वीकृति प्रदान की. क्षमतानुसार कार्य न कर पाने वाले उर्दू कोचिंग सेंटर को रद्द करने और उर्दू पुस्तकों विक्रय के लिए उप्र के विभिन्न शहरों में घर-घर पुस्तकें पहुंचाने के लिए मोबाईल वैन की व्यवस्था करने की भी स्वीकृति प्रदान की है.

कार्यकारिणी की बैठक में डा. मो. अली जौहर (अलीगढ़), प्रो. रजीउर्रहमान (गोरखपुर), प्रो. अफ़ताब अहमद आफ़ाक़ी, सैयद इतरत हुसैन (वाराणसी), प्रो. शबनम हमीद (प्रयागराज), डा. रिज़वाना, डा. शादाब आलम, कम्बर कैसर, माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रतिनिधी और विषेश सचिव भाषा विभाग (लखनऊ) सलीस बेग़, डा. माहे तिलत सिद्दीक़ी (कानपुर), राजा क़ासिम (बाराबंकी), मो. इस्लाम सुल्तानी (बरेली), एम. आज़ाद अंसारी (सहारनपुर), मीसम ज़ैदी (नोएडा) व हाजी ज़हीर अहमद (मुरादाबाद) आदि सम्मिलित हुए. पुस्तकों के पुरस्कार के विषय में निर्णय विचाराधीन रखा गया है. अन्त में सचिव अकादमी ज़ुहैर बिन सग़ीर (आई ए एस) ने चेयरमैन अकादमी तथा समस्त सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया.