वाराणसी. आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद लड्डू को लेकर बवाल मचा हुआ. लड्डू में जानवरों के चर्बी मिले होने का दावा किया जा रहा है. जिसको लेकर काशी के संतों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. संतों का कहना है कि यह धार्मिक अपराध है. इस मामले में निष्पक्ष रूप से जांच के बाद कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही गैर हिंदुओं के मंदिर में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है.
इसे भी पढ़ें- पड़ोसी की ऐसी दरिंदगी… किशोरी को पानी में बेहोशी की दवा मिलाकर पिलाया, दोस्तों के साथ मिलकर बारी-बारी से किया रेप, फिर…
प्रसाद में चर्बी मिलाने के मामले में वाराणसी अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि ये धार्मिक अपराध है. आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने प्रसाद में चर्बी मिलाए जाने का जो मुद्दा उठाया है यह बहुत ही गंभीर है. धार्मिक दृष्टि से यह अक्षम्य अपराध है.
इसे भी पढ़ें- इश्क की सजा मौतः गन्ने के खेत में प्रेमिका से मिलने पहुंचा आशिक, फिर ‘जान’ ने छीन ली सांसें, जानिए मर्डर की खौफनाक STORY…
साथ ही काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर राम नारायण द्विवेदी ने भी दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, लड्डुओं का प्रसाद बनाने की सामग्री में गो-वंश की चर्बी और मांस मिलाने की सूचना से हिंदू समाज के श्रद्धालुओं को ठेस पहुंची है. हम इसकी कटु निंदा करते हैं. विद्वत परिषद शीघ्र ही बैठक कर इस बारे में उचित निर्णय लेगी.
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक