वाराणसी. प्रदेश के मुखिया जीरो टॉलरेंस पर पूरा जोर दे रहे हैं, लेकिन यूपी पुलिस है कि मानती ही नहीं. यूपी पुलिस को प्रदेश के मुखिया जीरो टॉलरेंस की नीति कतई पसंद नहीं, उन्हें पसंद है तो सिर्फ औऱ सिर्फ टॉलरेंस! यही वजह है कि महिला थाना प्रभारी और एक सिपाही ने कानून का मजाक बनाते हुए घूस मांगी. हालांकि, एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.

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बता दें कि पूरा मामला महिला थाना का है. जहां मेराज नाम और उसके परिवार के 13 लोगों के खिलाफ उसकी भाई की पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था. जिसके बाद मेराज ने अपना नाम कटवाने के लिए थाना प्रभारी सुमित्रा देवी और कांस्टेबल अर्चना राय से मुलाकात की. जिसके बाद थाना प्रभारी ने नाम हटाने के बाद मेराज से 20 हजार की डिमांड की. मेराज पैसे देने के लिए हामी भी भर दी.

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उसके बाद मेराज ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन से कर दी. शिकायत के बाद एंटी करप्शन ने जाल बिछाया और मेराज को रिश्ववत के 10 हजार रुपए के साथ थाने भेजा और जैसे ही मेराज ने रिश्वत के 10 हजार रुपए दिए वैसे ही एंटी करप्शन की टीम ने थाना प्रभारी और सिपाही को दबोच लिया. दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.