बाराबंकी. 55 वर्षीय अज्ञात महिला का शव छत-विछत अवस्था में रेलवे लाइन के किनारे पड़ा हुआ लोगों ने देखा. लोगों ने बताया कि सोमवार की सुबह जंगली सियारों के बीच लड़ने की तेज आवाजे आ रही थी. आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण वहां पंहुचे और सियारों को किसी तरह भगाया तो उस जगह से कुछ दूरी पर एक अज्ञात 55 वर्षीय महिला का शव छत-विछत अवस्था मे पड़ा हुआ मिला. ग्रामीणों ने इसकी सूचना मसौली थाने को दी. सूचना पर पंहुची मसौली पुलिस ने शव की शिनाख्त करने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी.

इस बीच जंगल से कुछ दूरी पर स्थित एक बाबा के आश्रम मे इस महिला को देखे जाने की बात निकल कर आई तो पुलिस वहां पर पंहुची और वहां के बाबा से इसके संबंध में पूछताछ की. उन्होंने बताया कि यहां बहुत से भक्तों का आना-जाना हमेशा ही लगा रहता है. इस तरह किसी की पहचान बता पाना संभव नहीं है. बल्कि बाबा ने यह बताया कि दो दिन पहले वो आई थी और भोजन करके वहां से निकल गई थी. फिर लौटकर रात में आई और भोजन किया और वहीं पर सो गई. अगले दिन सुबह ही निकल गई. अर्द्धविछिप्त लग रही थी. वहीं कोतवाल मसौली सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रथम दृष्टया जंगली जानवरों के हमले में मौत होना प्रतीत होता है. शिनाख्त नहीं हो पाई है. मृतका के शव को पोस्टमार्टम हाउस मे रखवा दिया गया है. 72 घंटों में यदि कोई शिनाख्त कर लेता है तो मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा और शव को परिवार के सुपुर्द कर दिया जाएगा.