विक्रम मिश्र, लखनऊ. अयोध्या में अब राम दरबार अपने मूल रूप को धीरे-धीरे पाने लगा है. मंदिर के नक्शे के अनुरूप द्वितीय तल की छत का कार्य लगभग सम्पन्न हो चुका है, जबकि अब इसके बाद तृतीय तल पर गुढी मंडप का कार्य होने की तैयारी है. लगातार हो रही वर्षा से बाधित राम मंदिर निर्माण फिर गति पकड़ने लगा है.

इसे भी पढ़ें- धमाके की गूंज और बिछ गई लाशेंः पटाखा फैक्ट्री में जोरदार धमाका, 3 लोगों की मौत, 5 गंभीर घायल, मलबे में जिंदगी की तलाश जारी

राम मंदिर के पंडाल के अनुसार, मंदिर के शिखर को छोड़कर पांच मंडपों का निर्माण तय किया गया है. इन सभी मंडपों की ऊंचाई आरोही क्रम में निर्धारित की गई है. इनमें मंदिर के ठीक प्रवेश द्वार पर रंग मंडप स्थित है. इसकी ऊंचाई प्रथम तल तक है. इसके बाद नृत्य मंडप जिसकी ऊंचाई दूसरे तल तक है. पुनः गूढ़ी मंडप जिसकी तीसरे तल तक निर्धारित है. गूढ़ी मंडप के बाद गर्भगृह की चौखट के दोनों बाजुओं में उत्तर-दक्षिण प्रार्थना मंडप व कीर्तन मंडप है, जिनकी ऊंचाई दूसरे तल तक है. इसके बाद शिखर का निर्माण 161 फिट ऊंचा होना है.

इसे भी पढ़ें- इंतजार में पत्नी और बेटे की हो गई मौत, अब 56 साल बाद गांव पहुंचेगा जवान मलखान सिंह का शव, जानिए कौन हैं इनके परिवार में…

शिखर का निर्माण कार्य शुरू करने की स्थिति और निर्माणाधीन कार्यों के प्रगति की समीक्षा के लिए भवन-निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक आज होगी. इस बैठक के लिए समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र दिल्ली से अयोध्या पहुंच चुके हैं. राम मंदिर के स्तम्भों में आइकोनोग्राफी के जरिए मूर्तियों के उत्कीर्ण किए जा रहे कार्य को देखा. इसके साथ ही उन्होंने परकोटा और उसमें निर्माणाधीन छह मंदिरों के अतिरिक्त सप्त मंडपम के मंदिरों और शेषावतार मंदिर के निर्माण की प्रगति का भी अवलोकन किया.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक