गोरखपुर। केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि गोरखपुर का खाद कारखाना 30 जून से चालू हो जाएगा. एक साल का समय वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित रहने के बावजूद कार्य समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ सका, तो इसका श्रेय राज्य की योगी सरकार को जाता है. गौड़ा गुरुवार को गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि 98 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो दशक पहले पुराने खाद कारखाने के बंद होने के बाद उसकी जगह आधुनिक नया कारखाना लगाने की मांग बतौर सांसद योगी आदित्यनाथ लगातार करते रहे. संसद के हर सत्र वह इसकी आवाज उठाते रहे हैं. आज उनका सपना पूरा होने जा रहा है.
पहले 80 से 90 लाख मीट्रिक टन खाद का आयात करना पड़ता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भरता के विजन से आयात पर निर्भरता समाप्त करने को गोरखपुर समेत पांच स्थानों पर नए प्लांट लगाए जा रहे हैं. इन प्लांटों से 62 लाख मीट्रिक टन खाद का उत्पादन सुनिश्चित होगा. गोरखपुर का खाद कारखाना शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश, बिहार के किसानों को समय से और उचित मूल्य पर यूरिया खाद की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाएगी. गौड़ा ने कहा कि पीएम मोदी की दूरदर्शिता से कोविडकाल के बावजूद खाद की बिक्री में 60 फीसद का इजाफा हुआ. उन्होंने कहा कि किसानों का हित सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है और इसी सिलसिले में ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि खाद सब्सिडी का शत प्रतिशत पैसा सीधे किसानों के खातों में पहुंचे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर में शीघ्र ही प्लास्टिक पार्क की स्थापना होगी. इससे बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा. उन्होंने बताया कि प्लास्टिक पार्क के लिए राज्य सरकार ने 52 एकड़ भूमि की व्यवस्था कर दी है. अप्रैल माह के अंत तक इसके लिए डीपीआर तैयार हो जाएगा. इसके अलावा यूपी के अयोध्या व वाराणसी में दो सीपेट केंद्रों का वुर्चुअल शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक माह के अंदर किया जाएगा.