लखनऊ। देश और प्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बेकाबू कोरोना को नियंत्रण में रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को शाम साढ़े सात बजे बड़ी बैठक बुलाई है.

कोरोना संक्रमण के कहर ने शासन-प्रशासन की नींद उड़ा दी है. बैठक में स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के साथ साथ मुख्यमंत्री चर्चा करेंगे. यह बड़ी बैठक मुख्यमंत्री आवास में होगी.

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बता दें कि मुख्यमंत्री ने एक समीक्षा बैठक में विभागीय अफसरों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने कोरोना के अलावा अन्य समास्याओं पर भी चर्चा की. गर्मी के मौसम में आग लगने की दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए राहत आयुक्त कार्यालय और जनपद स्तर पर राजस्व प्रशासन को सक्रिय रहने के निर्देश भी दिए हैं. साथ ही आने वाले त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग पूरी सक्रियता से बाजारों में बिक रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच की बात भी मुख्यमंत्री ने कही.

केस बढ़ने के दौरान चुनौतियां पेश आईं तब उप्र प्रशासन ने तकनीक को टूल की तरह इस्तेमाल किया था. जीपीएस के ज़रिये मरीज़ों को ट्रैक करना हो या कॉल रिकॉर्ड्स से संक्रमितों के कॉंटैक्ट्स को ट्रैस करना, उप्र ने तत्परता दिखाई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कॉर्डिनेशन किया गया, ई-संजीवनी सेवा से गैर कोरोना संक्रमित मरीज़ों को अटैंड किया गया तो SGPGI के एक्सपर्टों से टेलिफोन के ज़रिये तनावग्रस्त लोगों की मदद की गई.

उत्तरप्रदेश में कई कॉर्पोरेट्स ने न केवल मुख्यमंत्री कोविड केयर फंड में दान दिया बल्कि सामजिक संस्थाओं और वॉलेंटियरों ने सेवाएं दी. वहीं WHO और यूनिसेफ जैसी संस्थाओं ने राज्य को तकनीकी मदद भी दी. इसके साथ ही, लॉकडाउन जैसे सख्त कदमों के दौरान प्रभाव वाले सेलिब्रिटियों ने भी जागरूकता के लिए योगदान दिया.

 

समीक्षा बैठक में सीएम ने अप्रैल से समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी को लेकर भी निर्देश दिए. गेहूं खरीद कार्य की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी करने के सख्त निर्देश दिए हैं.

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