लखनऊ। यूपी ATS को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये बांग्लादेशी, पाकिस्तानी, नेपाली, रोहिंग्या घुसपैठियों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने के आरोपी सहारनपुर के अक्षय सैनी और गोरखपुर के राजीव तिवारी को एटीएस 10 दिन तक पुलिस रिमांड पर पूछताछ करेगी।
बांग्लादेशी, पाकिस्तानी, नेपाली के नाम शामिल
यह आदेश बुधवार को एटीएस के विशेष न्यायाधीश ने दिया है। बताया जा रहा है कि एटीएस आरोपियों के संदिग्ध लेनदेन की जांच करेगी। आरोपियों के पास से बरामद लैपटॉप व मोबाइल के डेटा के संबंध में उनसे जानकारी ली जाएगी। गिरोह के सदस्य पंजीकृत जनसेवा केंद्रों में नौकरी करके सरकारी दस्तावेज बनाने की प्रक्रिया को समझते हैं और फिर फर्जी आधार कार्ड बनाने का काम करते हैं।
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बैंक खातों में संदिग्ध लेनदेन की भी होगी जांच
साथ ही आरोपियों के बैंक खातों में हुए संदिग्ध लेनदेन और फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिए जिन जनसेवा केंद्रों का इस्तेमाल किया है उनके संचालकों के बारे में पूछताछ की जाएगी। एटीएस के इस खुलासे के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियां और संबंधित राज्यों की पुलिस भी सतर्क हो गई है और तमाम जगहों पर लगातार छापे मारे जा रहे हैं।
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