लखनऊ. विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन भारी हंगामे के बीच सत्र को अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित कर दिया गया है. इस बीच सदन में आज अतीक अहमद को लेकर न्यायिक आयोग की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी. जिसमें UP POLICE को क्लीन चिट मिल गई है. रिपोर्ट में पाया गया है कि अतीक, अशरफ हत्याकांड पूर्व नियोजित नहीं था.

जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई. पुलिस के लिए घटना को टालना संभव नहीं था. इस मामले की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोसले की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था. जिसमें झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य जज जस्टिस वीरेंद्र सिंह, इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस अरविंद कुमार त्रिपाठी, पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह और रिटायर जिला जज बृजेश कुमार सोनी को भी आयोग में सदस्य बनाया गया था.

15 अप्रैल 2023 को की गई थी हत्या

बता दें कि गैंगस्‍टर अतीक और अशरफ को प्रयागराज के अस्पताल परिसर में 15 अप्रैल 2023 को गोली मार दी गई थी. इस हत्याकांड के मौके से ही तीन नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया था. हाल ही में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की फरार पत्नी जैनब फातिमा के आलीशान घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई भी की गई थी. यह कार्रवाई वक्फ बोर्ड की संपत्ति हड़पने के मामले में हुई.