मुरादाबाद। प्रदेश में नकली नोट खपाने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से एक लाख 44 हजार के नकली नोट, दो लाख 9 हजार के असली नोट के साथ ही पांच लाख रुपए के सोने के आभूषण बरामद किए हैं. शातिर गैंग के सदस्य बंगाल के मालदा से नकली नोट लाकर उत्तर प्रदेश में खपाया करते थे. गिरोह के अन्य सदस्यों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.

मुरादाबाद में 19 जून को मूंढापांडे थाना इलाके के पेट्रोल पंप पर कुछ युवकों ने 500-500 रुपये वाले नक़ली नोट देकर 50 लीटर डीज़ल खरीदा था, पंप कर्मियों को यह पता चला कि वो नकली नोट हैं, तो उन्होंने सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की कार का नंबर निकाल कर पुलिस को दिया था. पुलिस ने उस कार के नंबर के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया. पूछताछ में दोनों से मिली सूचना पर बदायू में रहने वाले वसीम को गिरफ़्तार किया गया. वसीम की सूचना पर शातिर अपराधी शानू, विरेंद्र, पप्पू फौजी व इनामुल मियां को पकड़ा गया.

नक़ली नोट चलाने वाले गैंग का मुखिया इनामुल मियां उर्फ बंगाली है. पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला बंगाली नकली नोट की खेप लाकर उत्तर प्रदेश में अपने साथियों को देता था, और वे लोग उसे बाजार में चलाते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास नकली नोटों के साथ ही असली नोट के साथ सोने के आभूषण और एक मोटरसाइकिल बरामद किया है. पुलिस को छानबीन में पता चला कि आरोपी पहले भी कई मामलों में जेल जा चुके हैं.

मुरादाबाद के पुलिस पुलिस अधीक्षक पवन कुमार का कहना है कि नकली नोट चलाने वाले गिरोह के बारे में और गहराई से छानबीन कराई जा रही है कि कहीं इन लोगों के संबंध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तो नहीं है. वहीं गैंग के सदस्य वसीम का कहना है कि वह तो पहली बार ही लालच में आ गया था, और नक़ली नोट लेकर चला रहा था इससे पहले उसने कभी यह नोट नहीं चलाए.