UP Vidhansabha Session 2025: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। तीसरे दिन विधानसभा में प्रदेश के विकास के लिए विजन डॉक्युमेंट-2047 पर चर्चा शुरू हो गई है। 14 अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे तक यह चर्चा लगातार चलेगी। चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि मैंने अब तक मंत्रियों के जितने प्रेजेंटेशन देखे हैं, उनमें एक भी मंत्री ने कोई विजन नहीं बताया।
हम पूरी तरह से इस चर्चा में मौजूद रहेंगे
कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना ने ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर 24 घंटे लंबी मैराथन चर्चा पर कहा कि पिछली सरकारों को कोसा है या बताया है कि वे वर्तमान में क्या कर रहे हैं, भविष्य के लिए उनके विजन के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। हम पूरी तरह से इस चर्चा में मौजूद रहेंगे और एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाएंगे, हर मुद्दे पर सरकार से सवाल करेंगे और सरकार को आईना दिखाएंगे।
READ MORE: BREAKING : श्री बांके बिहारी जी मंदिर न्यास विधेयक-2025 विधानसभा में पास
आराधना मिश्रा मोना ने आगे कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारी आज की जो सफलताएं हैं वो हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के विजन का ही परिणाम हैं। वो चाहे चंद्रयान हो या फिर आईआईटी और एम्स। उन्होंने विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर कहा कि आज हमारे प्रदेश में किसानों की क्या स्थिति है। उनको लेकर जो वादे किए गए थे वो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।
नौजवानों को भाजपा सरकार से कोई उम्मीद नहीं
आराधना मिश्रा मोना ने कहा किसी भी प्रदेश या देश के विकास का मानक वहां के लोगों के रोजगार से पता चलता है प्रदेश में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है, अवधी आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS ) के आंकड़े उठाकर देख लीजिए प्रदेश में बेरोजगारी दर 9.8 प्रतिशत और सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार 29 लाख 72000 युवाओं ने रोजगार की तलाश ही छोड़ दी यानि उन नौजवानों को इस भाजपा सरकार से कोई उम्मीद नही बची, प्रदेश सरकार के तमाम विभाग ऐसे हैं जहां सालों से कोई भर्ती नहीं हुई,इससे ज्यादा मजाक युवाओं के भविष्य से क्या हो सकता है कि प्रदेश में लगभग 10 लाख कर्मचारी आउटसोर्सिंग और कॉन्ट्रैक्ट के तहत रखे गए हैं।
READ MORE: सपा के पास दूरदृष्टि नहीं है, पूरी दुनिया प्रधानमंत्री मोदी से सीख रही है, उन्हें भी सीखना चाहिए, विजन डॉक्यूमेंट पर बोले डिप्टी सीएम
भाजपा का विजन विकास का कहां बचा?
आराधना मिश्रा मोना ने आगे कहा कि बिजली का निजीकरण हो रहा है ऐसे में रोजगार नौकरियां कहां मिलेगी। भाजपा सरकार को शिक्षा से कोई लेना देना नहीं शिक्षा की बात तो करते हैं लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश के स्कूलों में डेढ़ लाख से ज्यादा शिक्षकों की कमी थी उसे पूरा करने के बजाय स्कूलों को ही बंद कर दिया ऐसे में भाजपा का विजन विकास का कहां बचा? भाजपा सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रम नमामि गंगे & जल जीवन मिशन जिसके लिए बजट में 14823 करोड रुपए दिए गए थे, 2014 में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी और उद्देश्य था कि 2021 तक गंगा जी को पूरी तरह साफ और स्वच्छ कर दिया जाएगा, लेकिन अब तो 2025 आ गया, निर्धारित समय से चार साल ज्यादा बीत गए और कितने साल लगेंगे कितना बजट लगेगा ? इस पर भाजपा सरकार के पास कोई जवाब नहीं।
READ MORE: मंत्री के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित ARM निलंबित, बस स्टेशन के सलाहकार की संविदा समाप्त
कांग्रेस नेत्री ने आगे कहा कि हर घर नल योजना – जल जीवन मिशन 2024 तक पूरा होना था 2025 बीतने वाला है और योजना आधी भी नही हो पाई और हर घर जल योजना में सरकार अपनी पीठ खुद थपथपा रही है और कहीं बोरिंग फेल हो रही, टंकी खुद टूट कर गिर रही है यह योजना भी घोटाले से नहीं बची। एक तरफ सरकार 2047 का विजन पर चर्चा कर रही है वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट और ध्वस्त हो चुकी है, बेरोजगारी, मंहगाई, भ्रष्टाचार और दलितों महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार से विकास कैसे होगा?
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें