भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Google Chrome OS के पुराने वर्जन में संभावित खतरों के बारे में चेतावनी जारी की है. उनका कहना है कि खामियों को दूर करने के लिए और भविष्य में किसी खतरे से बचाव के लिए यूजर्स को अपने ब्राउजर को 114.0.5735.350 या नए वर्जन में अपडेट करना चाहिए. ये कमजोरियां रिमोट अटैकर्स को हानिकारक कोड एग्जिक्यूट करने, रूट प्रिवलेज प्राप्त करने, सिक्योरिटी सॉल्यूशन को बायपास करने या प्रभावित सिस्टम पर सर्विस को बाधित करने की अनुमति दे सकती हैं.
तुरंत अपडेट करें Google Chrome
सुरक्षा नोट LTS चैनल पर 114.0.5735.350 (प्लेटफॉर्म संस्करण 15437.90.0) से पहले के Google Chrome OS संस्करणों से जुड़े जरूरी खतरों पर ध्यान आकर्षित किया गया है. सरकारी एजेंसी के द्वारा कहा गया है कि गूगल क्रोम को अपडेट करने की जरूरत है. क्योंकि इसमें कुछ ऐसी खामियां हो सकती हैं जो यूजर्स की सिक्योरिटी को लेकर खतरा पैदा कर सकती हैं. अगर गूगल क्रोम को अपडेट नहीं किया जाता है तो इसका फायदा हैकर्स यूजर्स की निजी जानकारी को चुराने के लिए कर सकते हैं. ऐसे में सभी यूजर्स को क्रोम को अपडेट कर लेना चाहिए.
सावधानी से ब्राउज करें
दूसरा तरीका यह है कि आप अपने ब्राउजर का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें. आप किसी भी अनजान या संदिग्ध वेबसाइट्स पर न जाएं. अननोन सोर्स से लिंक और ईमेल्स पर क्लिक न करें. ऐसा करने से आप स्कैम का शिकार हो सकते हैं.
सुरक्षा मजबूत करें
इसके साथ ही आप सुरक्षा का खास ध्यान रखें. आप एक अच्छा एंटीवायरस इस्तेमाल करें, सभी सॉफ्टवेयर अपडेट रखें और फायरवॉल चालू रखें. इससे कोई मालवेयर आपको सिस्टम में प्रवेश नहीं कर पाएगा.
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