रोहित कश्यप, मुंगेली. धनतेरस की रात से मुंगेली पुलिस की नींद उड़ाने वाली उपजेल ब्रेक की घटना के प्लानिंग के बारे में जानकर पुलिस चौंक उठी है. बताया जा रहा है मुंगेली उपजेल के 13 कैदी जेल से भागने के लिए 15 दिन पूर्व से ही प्लानिंग कर लिए थे. रोज ये कैदी भागने का अवसर तलाश किया करते थे. धनतेरस की रात इन फरार कैदियों की इंतजार की घड़ी खत्म हुई और अवसर पाते ही पहले तो बैरक का ताला तोड़े फिर दीवार फांदकर भाग निकले.

एसपी चैनदास टंडन ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि चार विचाराधीन कैदियों के फरार होने के बाद 9 कैदी भी भागने के फ़िराक में थे, मगर हिम्मत जुटा नहीं पाए. इस बीच शहर में सर्च के लिए निकली पुलिस की पीसीसार गाड़ी की सायरन सुनकर बाकी कैदी प्लान चेंज कर गए. और चार कैदी भागने में कामयाब हो गए. भागने के बाद ये कैदी अधिकतर समय खुड़िया के जंगलों में रात और दिन बिताते रहे.

इस बीच पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि फरार तीन कैदी इंदल, तरुण, और सुरेश पटेल अपने परिवार वालों से मिलने वाले हैं. जिसके बाद एसपी के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने तीनों के घर मोहल्ले पर सतत निगरानी रखना चालू किया और इस बीच शुक्रवार को जिले के अलग-अलग स्थान और समय पर इन तीनों कैदियों को पकड़ लिया गया. पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार किए गए कैदियों में से एक कैदी इंदल ने दिलचस्प खुलासा किया है. वह गिरफ्तारी से दो दिन पूर्व मुंगेली न्यायालय में समर्पण करने का मन बना लिया था, जिसके लिए वह न्यायालय भी पहुंचा, लेकिन यहां के एक वकील से पैसों को लेकर बात नहीं बन पाई और फिर वह अंडरग्राउंड हो गया.

मीडिया से चर्चा के दौरान एक कैदी ने बड़ा खुलासा करते हुए मुंगेली उपजेल के निलंबित किए जा चुके जेलर जनक लाल पुरेना पर प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया है. हालांकि इस बात की अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है और लल्लूराम डॉट कॉम भी इस बात की पुष्टि नहीं करता. फिलहाल एसपी ने भी इस तरह के किसी बातों से इंकार किया है. हालांकि इस पूरे प्रकरण के फरार कैदी धीरज जो कि मध्यप्रदेश का रहने वाला है जो कि फिलहाल अभी फरार है और इनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. एसपी ने जल्द ही इन्हें भी पकड़ लेने का दावा किया है.