कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश में एक अप्रैल से नई शराब नीति लागू होने के बाद भी दुकान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शराब दुकान को लेकर कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सौरभ शर्मा ने कहा कि नई शराब नीति के बाद शराब माफिया का आतंक बढ़ गया। बिना सर्वे के शराब दुकान आवंटन कर दी गई है। बस्तियों को शराब का दुकान का अड्डा बनाया जा रहा है। शराब माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है। शराब दुकानों में पुलिस का हफ्ता बंधा है और प्रशासन शराब माफिया की गोद में बैठा है। मामले को लेकर कांग्रेस ने आबकारी विभाग को ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस ने बस्ती और मंदिरों के पास से शराब दुकान नहीं हटाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

नगर पालिका ने बंद कराया अहाता

समीर शेख, बड़वानी। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान शराब की नई नीति को लेकर सख्त है। इसी कड़ी में बड़वानी के पाला बाजार में भी स्थानीय निवासियों द्वारा लंबे समय से अहाता को हटाने के लिए आंदोलन किया जा रहा था जिसको लेकर आज बड़वानी नगरपालिका द्वारा अहाते को बंद करा दिया है। स्थानी निवासियों का कहना है कि नई आबकारी नीति के तहत धार्मिक स्थानों के करीब शराब दुकानों को हटाने के निर्देश सरकार द्वारा दिए गए हैं। आज हम सरकार व प्रशासन से मांग करते हैं कि काला बाजार हिंदू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के धार्मिक स्थल हैं, जहां से शराब दुकान को पाला बाजार से हटाकर किसी और जगह विस्थापित की जाए।

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