कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश में बजरंग दल बैन को लेकर सियासत जोरों पर है। कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने मेनिफेस्टो में सरकार बनने पर बजरंग दल को बैन करने की बात कही है। इसके बाद पूरे देश में इसे लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। वहीं बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस पर हल्ला बोल रहे है। आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में विरोध जताते हुए जमकर तोड़फोड़ की और उग्र प्रदर्शन किया। जिसके बाद मामले में कोतवाली थाने में मामला भी दर्ज हुआ है।
वहीं अब इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने जबलपुर में हुई घटना पर अपनी नाराजगी जताई है। डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी मध्यप्रदेश में आतंक फैलाने वालों को संरक्षण दे रहे हैं।बजरंग दल के कार्यकर्ता क्या कर रहे है? जिस पार्टी की सत्ता है उसी दल के कार्यकर्ता यदि तोड़फोड़ करें और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो तो,यह क्या दर्शाता है।
कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ का मामला: बजरंग दल के छह नामजद समेत 200 कार्यकर्ताओं पर FIR
गोविंद सिंह ने कहा कि इतने सारे आईपीएस है कानून की धाराएं भी है, लेकिन यह सब आम व्यक्ति और दूसरे दल के नेताओं के लिए ही है। भारतीय जनता पार्टी इन सब धाराओं से ऊपर है। आज शासकीय कर्मचारी अधिकारियों पर भी हमले हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी निर्देश देकर उन अधिकारियों को प्रताड़ित करने का काम कर रहे हैं। लाठी बंदूकों के जरिए कर्मचारी पीटे जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के लोग हमला कर रहे हैं,शासकीय संपत्ति नष्ट कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री कार्रवाई करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। अधिकारी कर्मचारी आम जनता को पीड़ित कर रहे हैं। गोविंद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को समझता था कि वह किसान के बेटे हैं वह न्याय करेंगे। लेकिन शिवराज सिंह जी पूरी तरह से आपराधिक तत्वों को संरक्षण दे रहे हैं। उन पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं प्रजातंत्र का गला घोट कर लाठी के बल पर आगामी चुनाव लड़ना चाहते हैं। जनता इनको आगामी चुनाव में जवाब देगी इस आतंक के खिलाफ।
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान
वहीं बजरंग दल मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की राजनीति करती है, दिग्विजय सिंह तुष्टिकरण की राजनीति के मास्टर है। बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करना गलत है, बजरंग दल ने कोरोना काल मे सेवा कार्य किये, रक्तदान किया और सर्वाधिक कैंप लगाए। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी पर कहा कि कांग्रेस के अंदर ये नेता खप नही सकते है, सरताज सिंह और रामकृष्ण कुसमरिया जी जैसे नेता वापस आये है। दीपक जोशी मेरे साथी है और वैचारिक पृष्ठभूमि काफी मजबूत है।
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