शब्बीर अहमद, भोपाल। एक फिल्म आई थी..पीपली लाइव। उसका एक गाना बहुत फेमश हुआ था। गाने के बोले हैं- सखी सैंया तो खूब ही कमात है महंगाई डायन खाए जात है। अब बात करते हैं असल मुद्दे की। जब यह फिल्म या यूं कहे कि जब यह गाना बाजार में आया था, तब उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और भाजपा विपक्षी पार्टी थी। इस गाने का इस्तेमाल भाजपा ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए अच्छे से इस्तेमाल किया था। कांग्रेस राज में भाजपा को डायन लगने वाली महंगाई (Inflation) अब जबकि भाजपा की सरकार है, तो उसके लिए कोई मायने नहीं रखती है।

बढ़ती महंगाई के कारण एक तरफ आम लोग परेशान हैं। रसोई का बजट गड़बड़ा गया है। वहीं मध्य प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर को महंगाई चुनाव में अब कोई मुद्दा नहीं लगता है। यहां तक की पार्टी ने भी  नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर के बयान का समर्थन किया।

दरअसल बढ़ती महंगाई को लेकर मंत्री महोदय से सवाल पूछा गया था। इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि अब महंगाई कोई मुद्दा नहीं रह गया है। बेमौसम बारिश से फसलें खराब हो जाती है। कुछ फसलें सूख जाती है तो कुछ फसलें खराब हो जाती है। इसी के कारण महंगाई कोई मुद्दा नहीं रह गया है।

पेट्रो मूल्य अंतरराष्ट्रीय बाजार से तय होता है

वहीं पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि पेट्रो मूल्य अंतरराष्ट्रीय बाजार से तय होता है।  कुछ चीजें सीजनल होती है। सरकार सीधे तौर पर इसके लिए जिम्मेदार नहीं होती है।

प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल बोले- सब्जियों के दाम सरकार तय नहीं करती

नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर के इस बेतुके बयान का पार्टी ने भी समर्थन किया है। प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने भूपेंद्र सिंह ठाकुर के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि सब्जी के बढ़ते दाम को लेकर सरकार जिम्मेदार नहीं है। सरकार सब्जियों के दाम तय नहीं करती है। लिहाजा महंगाई के लिए सीधे सरकार को जिम्मेदार करना सही नहीं है।