शब्बीर अहमद,भोपाल। उत्तरप्रदेश की योगी आदित्य नाथ की सरकार की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी उर्दू और फारसी शब्दों का बायकाट किया जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो आगामी दिनों में सरकारी कार्यालयों के शासकीय दस्तावेज से ये शब्द गायब हो जाएंगे। उर्दू और फारसी शब्दों को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की कार्यवाही में प्रयोग होने वाले उर्दू और फारसी शब्दों को उत्तर प्रदेश की तर्ज पर यहां (मध्यप्रदेश में)भी बदले जाएंगे।
बता दें कि वर्तमान में न्यायालयों सहित पुलिस विभाग में उर्दू शब्दों की बहुतायत में प्रयोग किए जाते हैं। जैसे जरायमपेशा, रोजनामचा, मुसाफिरी रजिस्टर आदि। इसी तरह राजस्व रिकार्ड में भी पुराने जमाने से फौत उठाने वाली प्रक्रिया चल रही है, जबकि फौत का हिंदी अर्थ मौत और फौती उठाना मतलब उत्तराधिकार प्राप्त करना होता है। इसी तरह पिता की मतौ के बाद बड़े बेटे को लंबरदार बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जो शब्द प्रचलन में नहीं है या जिनकी उपयोगिता नहीं है जैसे रिफ्यूजी आदि शब्द भी बदले जाएंगे।
कांग्रेस की आत्मा प्रेत हो गई
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बयान पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कहा कि जब यूपीए के साथ में ना बुआ, ना बबुआ और ना ही दीदी है। वहीं शरद पवार जैसे चाचा भी साथ नहीं हंै। ऐसी स्थिति में जब शरीर ही नहीं है तो यूपीए की आत्मा कांग्रेस वास्तव में तो प्रेतात्मा हो गई है। कांग्रेस अब यूपीए की प्रेतात्मा बनकर घूमेंगी।
कांग्रेस ने जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाया
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा कांग्रेस द्वारा बनाई गई सरकारी संपत्ति को भाजपा द्वारा बेचने के आरोप वाले बयान भी मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तो कुछ बनाया ही नही था. उन्होंने जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाया है। कांग्रेसियों ने सिर्फ अपने अपने घर बनाए और सात पीढियों की व्यवस्था कर ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कर्ज माफी के नाम पर भी किसानों को सिर्फ बेवकूफ बनाया है।