मनोज उपाधयाय, मुरैना। डीएपी के बाद मुरैना जिले में अब यूरिया खाद का संकट हो गया है। ग्रामीण क्षेत्र की सोसायटियों और बाजार में यूरिया खाद नहीं मिल रहा है। इसीलिए किसान आधी रात से सरकारी गोदामों के बाहर लाइन लगाकर बैठ रहे हैं।

इसे भी पढ़ेः स्मैक को लेकर सीएम शिवराज के तीखे तेवर, कहा- स्मैक बेचने वालों को बर्बाद और तबाह कर दो

सोमवार को कृषि उपज मंडी परिसर में बने विपणन संघ के गोदामों पर तीन हजार से ज्यादा किसानों की भीड़ पहुंच गई। इसमें सैकड़ों की संख्या महिलाएं थीं। ऐसा इसलिए क्योंकि खेत की एक किताब पर दो बोरा यूरिया मिल रहा था। जिन किसानों को ज्यादा यूरिया की जरूरत थी, वह घरों की महिलाओं को भी खाद के लिए ले आए हैं।

इसे भी पढ़ेः Corona New Variant: साउथ अफ्रीका से जबलपुर आई महिला आर्मी ट्रेनिंग सेंटर में मिली, महिला के गायब होने पर भोपाल से लेकर दिल्ली तक मच गया था हड़कंप

साेमवार को 1500 से ज्यादा किसानों को टाेकन मिले। जिन्हें खाद बांटने में तीन से चार दिन का समय लग जाएगा। क्योंकि एक दिन में 250 किसानों काे खाद मिल पा रहा है। इस कारण किसानों ने हंगामा किया, पुलिस को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया। पुलिस निगरानी में टोकन फिर खाद बंटा।
इसे भी पढ़ेः BREAKING: फॉरेन से फंडिंग होने वाले NGO पर सरकार रखेगी नजर, सीएम शिवराज ने संदिग्ध एनजीओ पर सख्ती बरतने के दिए निर्देश, बढ़ते अपराध पर 3 जिलों के एसपी से जताई नाराजगी