भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (India-US Trade Deal) को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका ने सीमित व्यापार समझौते पर सफलतापूर्वक बातचीत की है. यह डील कई सप्‍ताह तक चली गहन चर्चा के बाद हुई है, जिसमें भारत अपनी मांगों पर अड़ा रहा. जानकारी के अनुसार यह मिनी डील भारत के लिए फायदेमंद होगी.

बिजनेस टुडे के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि अगर अमेरिका कड़ा रुख दिखाता तो हम टैरिफ के प्रभाव को झेलने के लिए तैयार थे, लेकिन वाशिंगटन ने बातचीत करने की इच्‍छा दिखाई और इससे डील आगे बढ़ सका. हालांकि अभी दोनों देशों के बीच ट्रेड डील की कोई अधिकारिक घोषण नहीं हुई है, लेकिन अधिकारी के इस अपडेट से भारत और अमेरिका के बीच लिमिटेड डील (मिनी डील) होना तय हो चुका है.

मुर्शिदाबाद में फर्जी आधार कार्ड बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ : बना रखा था पूरा सेटअप, इनामुल शेख और नियात शेख गिरफ्तार

कुछ घंटे में आधिकारिक घोषणा संभव

India-US डील के तहत बहुत से सेक्‍टर्स को राहत मिल सकता है. साथ ही इस समझौते में अमेरिकी मांगों के तहत मक्का और फलों के लिए भारतीय बाजार खोलने का भी जिक्र हो सकता है. समझौते की घोषणा सोमवार की रात होने वाली थी. लेकिन आज हो सकती है, क्योंकि पारस्परिक टैरिफ (Reciprocal Tariff) की समयसीमा बुधवार की रात को समाप्त हो रही है.

कोलकाता STF का बड़ा एक्शन : दो संदिग्ध गिरफ्तार, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप, ISI से निकला सीधा संबंध

मोदी सरकार का पहला उद्देश्य भारत के हितों की रक्षा करना- पीयूष गोयल

वहीं केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार का पहला उद्देश्य भारत के हितों की रक्षा करना है, चाहे किसी भी देश के साथ व्यापार समझौता हो. उन्होंने कहा, “जो भी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट किया जाएगा, वो जम्मू-कश्मीर और पूरे भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए ही किया जाएगा आज दुनिया भारत को व्यापार और उद्योग में एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में देखती है. लोग मानते हैं कि भारत और भारतीय ईमानदारी से व्यापार करते हैं. यही कारण है कि आज दुनिया भारत के साथ व्यापार बढ़ाना चाहती है. दुनिया के सारे विकसित देश भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए समझौते करना चाहते हैं.”

सांसद Kangana Ranaut को नहीं आ रहा है राजनीति में मजा, कहा- ये मेरा बैकग्राउंड नहीं, मैंने कभी लोगों की सेवा करने का नहीं सोचा …

ट्रंप बोले: भारत के साथ व्यापार समझौते के करीब हैं

वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका भारत के साथ एक व्यापार समझौते के बेहद करीब है. उन्होंने आगे कहा “हमने यूनाइटेड किंगडम के साथ समझौता किया है, चीन के साथ भी कर लिया है अब हम भारत के साथ समझौते के करीब हैं. कुछ देशों के साथ हम मिले, लेकिन हमें नहीं लगता कि उनके साथ डील हो पाएगी, तो हमने उन्हें सिर्फ एक चिट्ठी भेज दी कि अगर व्यापार करना है तो ये शर्तें माननी होंगी,”. यह बयान उस वक्त आया जब अमेरिकी प्रशासन ने कुछ देशों को चिट्ठी भेजकर यह बताया कि अमेरिका उनके उत्पादों पर नया टैक्स (टैरिफ) लगाने जा रहा है.

अंतरिक्ष में दफन होने की इच्छा रह गई अधूरी : ‘मिशन पॉसिबल’ हुआ फेल, 166 लोगों की राख समेत कैप्सूल क्रैश होकर समंदर में गिरा

इन देशों पर 1 अगस्त से लगेगा नया टैरिफ

जिन देशों को ये चिट्ठी भेजी गई है, उनमें शामिल हैं: बांग्लादेश, बोस्निया, कंबोडिया, इंडोनेशिया, जापान, कजाकिस्तान, मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और ट्यूनिशिया. ट्रंप ने कहा, “ये देश अमेरिका से काफी ज्यादा टैक्स वसूल रहे थे, कुछ तो 200% तक जिससे अमेरिकी कंपनियों के लिए व्यापार करना मुश्किल हो गया था.” उन्होंने दावा किया कि “टैरिफ लगाने से कंपनियां अमेरिका में आ रही हैं और निवेश बढ़ रहा है.”

‘पटक-पटककर मारेंगे’ वाले बयान पर MNS का आया जवाब, कहा – फैसला हम करेंगे, कोई दुबे, छुबे और पौबे…

कहां फंसा था पेंच

अमेरिका भारत से चाहता था कि वह उसके लिए डेयरी और एग्रीकल्‍चर प्रोडक्‍ट्स पर टैरिफ कम करे, ताकि अमेरिका के लिए एक बड़ा मार्केट मिले. लेकिन भारत अपनी बात पर अड़ा रहा, क्‍योंंकि अगर भारत अमेरिका की बात मान लेता तो यह उसके लिए बड़ा झटका होता. इस कारण दोनों देशों के बीच मिनी डील पर सहमति बनी है.

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m