दिल्ली। तालिबान अपनी कट्टर सोच और आतंकी गतिविधियों के लिए पूरी दुनिया में कुख्यात रहा है। अमेरिका हमेशा से तालिबान के टारगेट में रहा है लेकिन आश्चर्यजनक रूप से अमेरिका अपने कट्टर दुश्मन के साथ दोस्ती करने जा रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट कर कहा है कि लंबे समय के बाद तालिबान के साथ बात सफल हुई है। इससे अफगानिस्तान में हिंसा रुक सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में हिंसा रोकने के लिए एक समझौते पर अमेरिका 29 फरवरी को हस्ताक्षर करेगा। ये समझौता दोहा में अमेरिका और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच होगा।
ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता के सफल होने से भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। देखना होगा कि दो कट्टर दुश्मनों के बीच दोस्ती किस मुकाम तक पहुंचती है और अफगानिस्तान में इस समझौते के बाद कब तक शांति कायम रह सकती है।