दिल्ली। अमेरिका ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी सेनाओं को एशिया में तैनात करने का फैसला लिया है। अब चीन को भारत और अमेरिका मिलकर तगड़ा सबक सिखाने की तैयारी कर रहे हैं।
चीन की बेजा हरकतों पर लगाम लगाने के लिए दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका ने कमर कस ली है। अब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को करारा सबक सिखाने के लिए अमेरिका ने अपनी सेना को यूरोप से हटाकर एशिया में तैनात करने का फैसला लिया है। इस कड़ी में अमेरिका ने यूरोप से अपनी सेनाएं हटानी शुरू कर दी हैं। चीन लगातार अपने पड़ोसी देशों पर दबाव बना रहा है। भारत के पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन ने तनावपूर्ण हालात बनाए हैं वहीं दूसरी ओर साउथ चाइना सी में भी चीन आक्रामक रवैया अपना रहा है। ऐसे में चीन की इस हरकत को अमेरिका ने बड़ा खतरा बताया है।
अमेरिका ने यूरोप में मौजूद अपनी सेना को हटाकर एशिया में तैनात करना शुरू कर दिया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी अपने शांतिपूर्ण पड़ोसियों को लगातार धमका रही है, वह भारत के साथ टकराव की स्थिति पैदा कर चुकी है। ऐसे में चीन को सबक सिखाना बेहद जरूरी हो गया है। अमेरिका के विदेशमंत्री ने कहाकि हम अपनी सेना को भारत, वियतनाम, इंडोनेशिया, दक्षिण चीन सागर के उन जगहों पर तैनात करने जा रहे हैं, जहां चीन की सेना से सबसे ज्यादा खतरा है।