दीवाली में फूलों का डेकोरेशन, पूजा में फूलों का इस्तेमाल बहुत ज़्यादा होता है. और पूजा पाठ  के बाद कुछ लोग उसे विसर्जित कर देते हैं पर आप उनका उपयोग कई रचनात्मक और उपयोगी तरीकों से कर सकते हैं. इससे न केवल पर्यावरण को लाभ होता है, बल्कि घर में सुंदरता और खुशबू भी बनी रहती है. नीचे कुछ आसान और प्रभावी उपाय दिए जा रहे हैं जिनसे आप इन फूलों का दोबारा उपयोग कर सकते हैं.

घर में प्राकृतिक खुशबू के लिए पोटपौरी बनाएं

सूखे हुए फूलों की पंखुड़ियों को इकट्ठा करें (गुलाब, गेंदा, चमेली आदि). इन्हें धूप में या एयर ड्रायर से सुखाएं. इनमें कुछ दालचीनी की स्टिक, लौंग, नींबू के सूखे छिलके और कुछ बूंदें एसेंशियल ऑयल (जैसे लैवेंडर या रोज) डालें.एक खुली कटोरी में रखें – यह आपके घर को प्राकृतिक रूप से महकदार बना देगा.

DIY इत्र (Perfume) या गुलाब जल बनाएं

गुलाब की पंखुड़ियों को पानी में डालें और धीमी आंच पर उबालें.जब रंग और खुशबू पानी में आ जाए, तो इसे छानकर कांच की बोतल में भर लें.इसे आप फेस मिस्ट, रूम स्प्रे या पूजा में उपयोग कर सकते हैं.

फूलों का कंपोस्ट बनाएं

पुराने फूलों को छोटे टुकड़ों में काटकर किचन वेस्ट (सब्जियों के छिलके आदि) के साथ मिलाएं.इसे मिट्टी या खाद में डालें और हफ्तेभर में यह जैविक खाद में बदल जाएगा.यह खाद आपके पौधों के लिए पोषक और प्राकृतिक होगी.

रंगोली या क्राफ्ट के लिए सूखे फूलों का इस्तेमाल करें

सूखे फूलों की पंखुड़ियों को अलग-अलग रंगों में जमा करें.इनसे अगली बार सुंदर रंगोली बनाएं या बच्चों के साथ आर्ट वर्क करें.

हर्बल स्नान (Herbal Bath) के लिए इस्तेमाल करें

गुलाब, गेंदा, चमेली जैसे फूलों की पंखुड़ियां इकट्ठा करें.

नहाने के पानी में मिलाएं या एक कॉटन बैग में भरकर बाथटब में डालें.यह शरीर को रिलैक्स करता है और त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है.

फूलों से नैचुरल डाई (रंग) बनाएं

गेंदा पीला रंग देता है, गुलाब हल्का गुलाबी या लाल.

इनसे कपड़ों, कागज या फैब्रिक पर नैचुरल रंग चढ़ाया जा सकता है – जो बच्चों के प्रोजेक्ट या होम डेकोर में काम आएगा.