नई दिल्ली। Whatsapp की प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव से सशंकित भारत सहित दुनिया के तमाम देशों के लोगों के लिए Whatsapp के विकल्प के तौर पर Signal एप तेजी से उभरा है. यही वजह है कि भारत सहित दुनिाय के अन्य देशों में गूगल प्ले स्टोर में Signal डाउनलोड के मामले में नंबर वन बन गया है.

दरअसल, Whatsapp के प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव से आम लोगों की चिंता बढ़ गई है. 8000 से ज्यादा शब्दों में जारी दी गई जानकारी में बताया गया है कि Whatsapp की जानकारी पैतृक कंपनी ‘Facebook’ से लोकेशन डाटा के साथ बैलरी लेवल, IMEI नंबर, मोबाइल नेटवर्क और अऩ्य जानकारी शेयर की जाएगी.

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यही नहीं Whatsapp में आप जितने ग्रुपों में जुड़े हैं, रियल टाइम स्टेटस, प्रोफाइल फोटो Facebook से शेयर किया जाएगा. इसके अलावा वित्तीय लेनदेन की जानकारी भी Facebook से शेयर की जाएगी. इसमें Whatsapp के जरिए किए गए पेमेंट की पूरी जानकारी शामिल है,

इतनी सारी व्यक्तिगत जानकारियों के सोशल मीडिया में शेयर किए जाने से लोगों की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में Signal और Telegaram जैसे मैसेजिंग एप विकल्प के तौर पर तेजी से उभरे हैं. इसमें से Signal को ज्यादा तवज्जों दिया जा रहा है क्योंकि इसका टेस्ला के एलन मस्क, पेटीएम के विजय शंकर और नामी व्हीसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने समर्थन किया है.

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इस समर्थन के पीछे सबसे बड़ी वजह Signal का ओपनसोर्स होना है, जिसे Whatsapp के ही संस्थापक ब्रायन एक्टन ने विकसित किया है. एक्टन और जेन कौउम ने 2014 में WhatsApp को Facebook को बेच दिया था, जिसके बाद वर्ष 2017 में एक्टन ने Whatsapp के जरिए Facebook के आर्थिक फायदा उठाने (monetisation) की नीतियो के चलते कंपनी को छोड़ दिया था.

प्राइवेसी के मामले में वाट्सएप से आगे

इसके बाद एक्टन ने मॉक्सी मार्लिनस्पाइक के साथ मिलकर Signal को विकसित किया, और इसका संचालन नॉन प्राफिट के आधार पर किया जा रहा है. Signal के भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में प्ले स्टोर में डाउनलोड के मामले एक नंबर पर पहुंचने से उत्साहित एक्टन ने एक भारतीय समाचार चैनल से चर्चा में कहा कि Signal में Whatsapp से प्राइवेसी के मामले में बेहतर है. इसमें मेटाडाटा से लेकर मैसेज के इंड डू इंड इन्स्क्रप्शन और डिस्पियरिंग मैसेज तक शामिल हैं.

जो भारत के लिए वह दुनिया के लिए

एक्टन के लिए भारत कोई नया देश नहीं है. वे भारत में दो बार आ चुके हैं, और भारत में उनके दोस्त भी हैं, जो वर्तमान स्थिति की जानकारी देने के साथ Signal में जोड़े जाने वाले फीचर्स को लेकर अपडेट कर रहे हैं. एक्टन (एप के मामले में) कहते हैं कि जो भारत के लिए बना है, वह दुनिया के लिए बना है. हिन्दी, उर्दू सहित 12 अलग-अलग भाषाओं को Signal सपोर्ट कर रहा है. भारतीयों की ओर से फीचर्स को लेकर ढेरों मांग आ रही है, जिन पर हमारा ध्यान है.

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Whatsapp की प्राइवेसी पॉलिसी को ध्यान में रखlते हुए Signal पर स्विच कर रहे मोबाइल यूजर lalluram.com की खबरों से वंचित न रहे इसके लिए हमने भी Signal ग्रुप Lalluram News बनाया है. आप इस ग्रुप से जुड़कर lalluram.com की ताजातरीन खबरें पा सकते हैं. Lalluram News ग्रुप से जुड़ने के लिए बस इस लिंक https://signal.group/#CjQKIO_C5Ik9IbTjkVgub-sJvp6UlKF4mN-s1cpu_vIIgwk0EhDh-FuC0jNhmuzcwsee8Hrd पर आपको एक क्लिक करना है.